देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला गुरुवार को होगा। ईवीएम में बंद कुल 632 प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा कल खुल जायेगा। कल सुबह आठ बजे ईवीएम खुलने के लगभग तीन घण्टे बाद फैसला सामने आने लगेंगे।
इनमें मुख्यमंत्री प्रत्याशी पुष्कर धामी, पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सहित सभी मंत्रिमण्डल सदस्यों के अलावा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व में मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित अनेक पूर्व मंत्री और दर्जा प्राप्त मंत्री भी अपने भाग्य का फैसला सुनने को व्याकुल हैं।
आप ने भी सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, जिनमें उसके मुख्यमंत्री पद के दावेदार सेवानिवृत्त कर्नल अजय कोठियाल और अन्य के भी भाग्य का फैसला हो जायेगा। इनके अलावा, कांग्रेस और भाजपा के विद्रोही और स्वतंत्र प्रत्याशियों की भी स्थिति साफ हो जायगी। भाजपा और कांग्रेस के बागी भी परिणाम पर व्यापक असर डाल सकते हैं।
इस चुनाव में भाजपा से 13 और कांग्रेस के छह बागी मैदान में हैं। दिलचस्प बात यह कि दोनों ही दल अब कड़े मुकाबले में फंसने के बाद अपने उन बागियों से संपर्क में जुट गए हैं, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और मुख्य मुकाबले का हिस्सा माने जा रहे हैं। यह कवायद इसलिए है ताकि जीतने की स्थिति में इन्हें अपने पाले में लाया जा सके। राज्य गठन के बाद से ही, भाजपा और कांग्रेस दोनों में कांटे की टक्कर रही है। वर्ष 2017 में हुये चौथी विधानसभा चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दो सीटों से चुनाव लड़ा।
दुर्भाग्य से वह दोनों जगह से खुद तो हार ही गये, कांग्रेस के मात्र 11 सदस्य ही विजय प्राप्त कर सके। यह पहली बार हुआ जब भाजपा ने रिकॉर्ड 57 सीटों पर विजय हासिल की। जबकि उससे पहले यहां मात्र एक अथवा दो सीटों के अंतर से ही वह कांग्रेस के आगे-पीछे रही।