नई दिल्ली । यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है । मिली जानकारी के अनुसार फिनलैंड की रूस से लगती सीमा से बड़ी संख्या में रूसी नागरिक देश से बाहर भाग रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू करने के बाद से लगातार ऐसी अफवाहें तेज हैं कि वह देश में मार्शल लॉ लगा सकते हैं और इसी कारण कई लोग देश छोड़ कर जा रहे हैं।
यूरोप को हवाई उड़ाने बंद होने से लोग कार और ट्रेनों से ही सीमापार करने में लगे हैं। बीबीसी ने एक युवा रूसी महिला से बात की जिसके पास रूस पर प्रतिबंध लगने से पहले ईयू का वीजा था।
महिला ने कहा, यूक्रेन के लोग हमारे अपने हैं। हमें उन्हें कत्ल नहीं करना चाहिए।जब महिला से सवाल किया गया कि क्या वह अपने देश वापिस जाना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा, ‘‘ जब तक हमारी डरावनी सरकार वहां है तब तक नहीं। यह बहुत दुखद है। ज्यादातर रूसी यह जंग नहीं चाहते लेकिन अगर पुतिन के खिलाफ आवाज उठाई तो जेल जाने का खतरा है।
फिनलैंड में ऐसे लोगों के लिए अपार सहानुभूति है, वैसे ही जैसे यूक्रेन और यूक्रेनियों के लिये है। ताजा सर्वेक्षणों से पता चला है कि फिनलैंड के ज्यादातर लोग समझते हैं कि अब फिनलैंड को नाटो से जुड़कर उससे मिलने वाली सुरक्षा का लाभ लेना चाहिए।
दूसरी तरफ हेलसिंकी में सेंट पीटर्सबर्ग से ट्रेनें पूरी तरह भर कर चल रही हैं। सैकड़ों घबराए हुए लोग रूस छोड़ रहे हैं। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया कि ज्यादातर ट्रेनों के सभी टिकट दाम बढ़ने के बावजूद बिक चुके हैं। पुतिन ने फरवरी 24 तड़के पांच बजे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ा था।