राजभवन में पुष्प प्रदर्शनी की तिथियों में बदलाव पर उठा सवाल

देहरादून। उत्तराखंड में मतगणना तक विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है। आचार संहिता में किसी भी तरह के सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा सकता है।

लेकिन उद्यान विभाग की ओर से राजभवन में लगाई जाने वाले पुष्प प्रदर्शनी के तयशुदा कार्यक्रम में फेरबदल कर मतगणना से दो दिन पहले की तिथियां निर्धारित कर दी है।

राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष व कांग्रेस महानगर प्रवक्ता प्रमोद कपरवाण ने चुनाव आयोग से पुष्प प्रदर्शनी की पूर्व में तय तिथियों पर ही करवाने का अनुरोध किया है।
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष कपरवाण ने कहा कि चुनाव आचार संहिता होने के बावजूद उद्यान विभाग की ओर से लगाई जा रही पुष्प प्रदर्शनी संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग की ओर से 12-13 मार्च को राजभवन में पुष्प प्रदर्शनी प्रस्तावित थी।

इसके लिए बकायदा निर्देश भी जारी कर दिए गए। लेकिन निदेशक उद्यान विभाग ने आनन-फानन में पूर्व में तय तिथियों को हटाकर 8-9 मार्च को प्रदर्शनी आयोजित करने का निर्णय लिया। प्रदर्शनी में प्रदेश के उद्यान विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को विभिन्न कार्यों में भाग लेने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

जबकि अधिकांश अधिकारी व कर्मचारी 10 मार्च को होने वाले मतगणना कार्य में अधिकृत है। उन्होंने कहा कि मतगणना से दो दिन पहले आनन-फानन में पुष्प प्रदर्शनी आयोजित करना संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी इस आयोजन को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के हार का अंदेशा जाहिर होने के कारण मतगणना से पहले इसका आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा इस प्रदर्शनी के बहाने कोई बड़ा घालमेल करने का अंदेशा लग रहा है। इससे लगता है कि भाजपा सरकार के इशारे पर मतगणना को प्रभावित करने का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा संगठन के अनुरोध पर चुनाव आयोग पुष्प प्रदर्शनी मतगणना के पूर्व निर्धारित तिथियों पर ही करवाने के आदेश विभाग को दें। ताकि उद्यान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी बिना दवाब के मतगणना में सहभागिता कर सकें।

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