कुशीनगर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा छोड़ कर उनकी पार्टी में शामिल हुये स्वामी प्रसाद मौर्य का इंतजार वह पिछले 11 साल से कर रहे थे, अगर 2017 में स्वामी सपा में होते तो यहां की तस्वीर ही दूसरी होती।
जनसभा में अखिलेश ने कहा , स्वामी प्रसाद मौर्य का मै 2011 से इंतजार कर रहा था, जब उन्होने बहुजन समाज पार्टी को छोड़ा था। यह 2017 में तब अगर सपा में आ गए होते तो हमें पांच साल के बुरे दिन नहीं देखने पड़ते। उत्तर प्रदेश आज सबसे आगे दिखाई देता।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार बनने पर आईटी के क्षेत्र में नौजवानों को 22 लाख नौकरियां उपलब्ध कराने का काम करेंगे। उन्होने कहा कि ये संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है। सपा सरकार ने तय किया है कि पुरानी पेंशन बहाल करने का काम करेंगे। माताओं बहनों को समाजवादी पेंशन के रूप में 1500 रुपए महीने देंगे, सालाना 18000 रुपए मिलेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा राज में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव हुआ है। समाजवादी सरकार आने पर युवाओं के साथ न्याय होगा। पिछड़ा दलित एक साथ आकर इतना समर्थन करे, यह मैंने पहले कभी नहीं देखा। हो सकता है करहल की जीत सबसे बड़ी जीत हो। मैं चाहता हूं सबसे बड़ी जीत उसकी हो जिसके लिए मैं वोट मांगने आया हूं।
अखिलेश इस दौरान सीएम योगी पर भी खूब बरसे। उन्होंने कहा, जब बाबा मुख्यमंत्री जी कुशीनगर आए थे तब उन्होंने दलितों-पिछड़ों में शैंपू और साबुन बांटा था। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाया था।