हरिद्वार। हरिद्वार विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। अनुमान है कि हार जीत का अंतर बहुत कम रहने वाला है। ऐसे में यहां अन्य व निर्दलीय जीत के दावेदार बताए जा रहे प्रत्याशियों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
हरिद्वार वि.स. क्षेत्र में कुल दस प्रत्याशी मैदान में
हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में कुल दस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, आप, यूकेडी के अलावा चार निर्दलीय भी मैदान में हैं। कुल 149108 वोटों में से 96754 लोगों ने मतदान किया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि कुल मतदान के करीब अस्सी फीसदी वोटों का बंटवारा भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होगा। जबकि शेष वोटों में सपा, बसपा व अन्यों की भागीदारी होगी।
क्योंकि भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि हार-जीत का अंतर अधिकतम 5-10 हजार से ऊ पर नहीं जाएगा। ऐसे में अन्यों में बंटने वाले मत मुख्य मुकाबले के प्रत्याशियों का जीत का गणित बिगाड़ सकते हैं।
अन्य में बंटने वाले मतों के बड़े हिस्से का बंटवारा समाजवादी पार्टी, बसपा और आम आदमी पार्टी में ही होना तय है। इनमें से किसी एक को मिलने वाले अधिक मत क्षैतिज रुप से जीत के दावेदारों का खेल बिगाड़ देंगे। समाजवादी पार्टी प्रत्याशी को मिलने वाले वोट कांग्रेस अनुकूल वोट हैं। ऐसे में यदि सपा प्रत्याशी को अधिक वोट मिलेंगे तो इससे कांग्रेस प्रत्याशी के आंकड़ा प्रभावित होंगे।
ठीक इसी प्रकार आम आदमी पार्टी प्रत्याशी को मिलने वाले मतों से भाजपा की नैया डोलेगी। जबकि बसपा को मिलने वाले मतों से भाजपा-कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी प्रभावित होंगे। ऐसे में अब जीत के दावेदार अपने साथ साथ अन्यों को मिलने वाले मतों के गुणा-भाग में भी जुटे हुए हैं।