पटना । चारा घोटाला में लालू प्रसाद यादव को सजा मिलने पर उनके छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों के नेता होने के चलते उन्हें (राजद अध्यक्ष) जेल भेजा गया।
यादव ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा गरीब ही जेल में बंद हैं। गरीबों के नेता होने के कारण ही राजद अध्यक्ष को जेल भेजा गया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत कोई आखरी न्यायालय नहीं है। इस न्यायालय के फैसले को उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में 80 घोटाले हुए हैं लेकिन अभी तक किसी को सजा नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि बिहार में चारा घोटाला से भी बड़ा सृजन घोटाला है। इसकी जांच भी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कैग रिपोर्ट में दो लाख रुपये की अनियमितता पाई गयी लेकिन इसकी जांच तक नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि यह गलत परिपाटी शुरू हो गयी है। यादव ने कहा कि जांच एंजेसियों का दुरुपयोग हो रहा है। जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिल जाते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अजीत पवार भाजपा के साथ मिल गये तो रातो-रात उन पर से सभी मामलों को वापस ले लिया गया था लेकिन जैसे ही उन्होंने फिर भाजपा को छोड़ दिया तो उन पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का छापा पड़ना शुरू हो गया है।