पीलीभीत । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले तीन चरण के मतदान में भाजपा की लहर पूरे प्रदेश में चल रही थी जो चौथे चरण से सुनामी में तब्दील हो जायेगी।
शाह ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुये कहा कि अभी तक हुए तीन चरणों के मतदान का परिणाम यह है कि सपा और बसपा का सफाया हो गया है जबकि कांग्रेस तो दूरबीन से भी देखने को नहीं मिल रही है। भाजपा की उत्तर प्रदेश में लहर चल रही है और अब चौथे चरण से उत्तर प्रदेश में यह लहर सुनामी में बदल जायेगी।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि भाजपा की सरकार गरीबो,पिछड़ों और निराश्रितों की सरकार है। उसी अनुसार उन्होंने कार्य भी किये। शौचालय बनाकर बहन बेटियों को सम्मान दिया। घर घर बिजली और रसोई गैस कनेक्शन दिए। प्रदेश की योगी सरकार ने 24 घंटे बिजली दी। किसानों के खाते में पैसे पंहुंचाये। गरीबो के घर बनवाये।
कोरोना की नि:शुल्क वैक्सीन गरीबो को लगवा कर जीवन की रक्षा की। निशुल्क अनाज देकर गरीबो के चूल्हे जलाये। यह चुनाव युवाओं को रोजगार देने का,गरीबो के उत्थान का और महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने का है। कश्मीर का नाम लेकर राष्ट्रवाद के मुद्दे पर उन्होने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसको भारत के साथ जोड़ने और वहां से आतंकवाद समाप्त करने के लिये धारा 370 को हटाया जाना आवश्यक था।
पीएम मोदी ने भाजपा के संकल्प पत्र के अनुसार उसे हटाने की घोषणा संसद में डंके की चोट पर की, उस समय कांग्रेस और सपा ने इसका विरोध करते हुये कहा कि इस फैसले से वहां खून की नदियां बह जाएंगी। खून की नदियां तो दूर एक कंकड़ भी कोई नही चला। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की भी चर्चा कर राष्ट्र भक्ति का जोश भरने का प्रयास किया।
उन्होने कहा कि भाजपा का संकल्प आतंकवाद को देश दुनिया से समूल उखाड़ फेंकने का है। सपा कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इन पार्टियों के लोग आतंकवादियों को बचाने का काम करते है। उन्हें निर्दोष बताते है। सपा और कांग्रेस दोनों विरोधी मिलकर भाजपा को आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में निर्बल करने का प्रयास कर रहे है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद अहमदाबाद बम ब्लास्ट के दोषियों के बराबर खड़े हुए थे।
उनको निर्दोष बताकर उनकी पैरवी भी उन्होंने की। कांग्रेस ने सभी आरोपियो को छोड़ने की भी घोषणा की थी,लेकिन हाई कोर्ट ने रोक दिया था। उन्होंने कहा ,मैं जनता से पूछता हूं ,जो देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करते है क्या उन्हें छोड़ देना चाहिए। शाह की रैली में स्थानीय सांसद वरूण गांधी का नदारद रहने लोगों के बीच चर्चा का विषय बना। रैली के बाद शाह का नगर में रोड शो प्रस्तावित था,लेकिन उसे किसी कारणों से निरस्त कर दिया गया।