मुंबई। भारतीय चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने कहा कि उन्होंने ड्रॉप किए गए चारों खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका सीरीज के तुरंत बाद बता दिया था कि उन्हें इन दो टेस्ट मैचों के लिए नहीं चुना जाएगा।
चेतन ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट और टी 20 सीरीज की घोषणा के बाद बताया कि उन्होंने उनसे रणजी ट्रॉफी के मैच खेलने का आग्रह किया था ताकि चयनकर्ताओं को उनके फार्म और फिटनेस का अंदाज हो। रहाणे ने गत चैंपियन सौराष्ट्र के खिलाफ शतक जड़ा जबकि पुजारा शून्य पर आउट हुए। वहीं इशांत और साहा ने पहले चरण के मुकाबलों में हिस्सा नहीं लिया। कुछ समय से पुजारा और रहाणे के फार्म की आलोचना हो रही थी। पुजारा ने आखिरी बार 2018-19 के आस्ट्रेलिया दौरे पर शतक जड़ा था। अक्तूबर 2019 के बाद से रहाणे के बल्ले से भी एक ही शतक निकला है। सभी खिलाड़ियों के उपलब्ध होने पर साहा और इशांत एकादश में जगह नहीं बना पा रहे हैं।
किसी भी खिलाड़ी के लिए दरवाजे बंद नहीं हुए
हालांकि चेतन ने कहा कि इनमें से किसी भी खिलाड़ी के लिए दरवाजे हमेशा के लिए बंद नहीं किए गए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या यह खिलाड़ी टेस्ट टीम में वापसी कर सकते हैं, चेतन ने कहा, “क्यों नहीं? उन्होंने कई वर्षों से भारत का प्रतिनिधित्व किया है। अजिंक्य ने कल शतक जड़ा। एक खिलाड़ी का करियर उतार-चढ़ाव से गुजरता रहता है। चयनकर्ताओं के लिए यह आवश्यक है कि हम बुरे दौर का सामना कर रहे खिलाड़ियों का समर्थन करें। आप एक झटके में उन्हें दरकिनार नहीं कर सकते हैं।
चेतन ने आगे कहा, “हमने उन्हें कहा था कि उन्हें इस दो टेस्ट मैचों के लिए नहीं चुना जाएगा। इसमें कोई गलत बात नहीं है। हम भविष्य में उनके चयन पर विचार जरूर करेंगे। इस दौरान यह देखते हैं कि अन्य खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं।