दलितों व मुस्लिमों को हकों से रखा वंचित : मायावती
बोलीं-भाजपा व कांग्रेस की नीतियों का दंश झेल रहे लोग
रुडक़ी। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि किसान वर्ग को भाजपा की गलत नीतियों के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। भाजपा व कांग्रेस की जातिवादी और पूंजीवादी मानसिकता के तहत बनाई गई नीतियों का दंश झेलना पड़ रहा है। विरोधी पार्टी की सरकारों ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की। पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया है।
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उत्तराखंड में भी दलितों और मुस्लिमों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है। कहा उत्तर प्रदेश सरकार में रहते हुए बसपा ने हरिद्वार जिले और पर्वतीय क्षेत्रों में भूमिहीन लोगों को खेती के लिए जमीन आवंटित की थी। मायावती ने कहा कि हम विरोधी पार्टियों की तरह नहीं हैं। केवल बसपा एक ऐसी पार्टी है जो चंद धन्ना सेठों की रहमों करम से नहीं, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर चुनाव लड़ती है।
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बृहस्पतिवार को बसपा की ओर से प्रदेश स्तरीय चुनावी जनसभा रुडक़ी के कोर कालेज ग्राउंड में आयोजित की गई। जनसभा में यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जोश भरने का कार्य किया। मायावती ने कहा कि ये विरोधी राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आती रही हैं। विरोधी पार्टी की सरकारों ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की। पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ नही मिल पाया है।
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दलितों को अधिकार दिलवाने के लिए जो कानून बने हैं, उस पर सरकारें अमल नहीं कर पा रही हैं। उत्तराखंड में भी दलितों और मुस्लिमों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है। किसान वर्ग भाजपा की गलत नीतियों के कारण परेशान है।
जातिवादी और पूंजीवादी मानसिकता के तहत बनाई गई नीतियों का दंश लोग झेल रहे हैं। पूंजीपतियों और धन्नासेठों का विकास होने के बजाय आम आदमी का विकास होना चाहिए। कांग्रेस व भाजपा पूंजीपतियों और धन्नासेठों की मदद के लिए सत्ता में आती है। उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए ही नीतियां तैयार करती हैं।
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मायावती ने अविभाजित यूपी के समय बसपा की सरकार के कामों को गिनाते हुए कहा कि उत्तराखंड जब उत्तर प्रदेश का हिस्था था तब अपने शासनकाल में पहाड़ी क्षेत्रों के विकास के लिए बहुत कार्य किए। अपने शासन में सख्त कानून चलाया और बदमाशों को सलाखों के पीछे भेजा।
केवल बसपा एक ऐसी पार्टी है जो इन चंद धन्ना सेठों की के रहमों करम से नहीं बल्कि अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर चुनाव लड़ती है। विरोधी सरकारों में पिछड़े दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ जातिवादी और पूर्व सोच के साथ अन्य प्लानिंग की जाती रही है।
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उन्होंने कहा कि जब तीसरी बार मेरे नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनी थी तब मैंने यहां हरिद्वार और मैदानी क्षेत्रों और पहाड़ी जिलों में उत्तर प्रदेश की जमीनों को यहां के लोगों से छीन कर भूमिहीनों को बांटने का काम नहीं किया, बल्कि जो हमारे उत्तर प्रदेश की सरकारी जमीनें यहां खाली पड़ी थी वह हमने हरिद्वार और अन्य मैदानी क्षेत्रों पहाड़ी और कुमाऊं क्षेत्रों के भूमिहीन लोगों को देने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के आधार पर अपने सरकार चलाई।
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हरिद्वार से सभी विधानसभा पर चुनाव लड़ रहे बसपा प्रत्याशियों की ओर इशारा करते हुए मायावती ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांशीराम और अंबेडकर साहब की भावनाओं को ध्यान में रखकर बसपा के प्रत्याशियों को जिताना है। जिससे कांशीराम और बाबा साहब का सपना पूरा हो सके।