बांदा। विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाली किरन यादव टिकट न मिलने से सपा से भी बागी हो गई और रुवार को बबेरू विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
रतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता देव कुमार यादव बबेरू विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके थे। उनके निधन के बाद उनकी पुत्र बहू किरन यादव बसपा में शामिल हुई और वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर लड़ा। सफलता न मिलने पर बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर वह विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुई।
समाजवादी पार्टी ने बबेरू विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे विशंभर यादव को चौथी बार टिकट देकर मैदान में उतार दिया जिससे वह निराश हो गई। नामांकन के बाद बातचीत करते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे बबेरु विधान सभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके पूर्व विधायक स्वर्गीय देवकुमार यादव की बहू है। वे सदैव ईमानदारी के साथ अपने ससुर के पद चिन्हों पर चलेगी और ससुर के व्यवहार व बबेरू क्षेत्र में उनके कार्यकाल में हुए विकास के आधार पर जनता से वोट लेगीं।