बागपत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सपा की लाल टोपी मुजफ्फरनगर दंगों में मारे गए हिंदुओं और अयोध्या में रामभक्तों के खून से रंगी हुई है। सपा गठबंधन को वोट देने का मतलब मुजफ्फरनगर दंगों में मारे गए बेगुनाहों का अपमान है।
बागपत में जनता से सीधा संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि सपा के राज में विकास के नाम पर केवल कब्रिस्तानों की चहारदीवारें ही बनीं। एयरपोर्ट, हाइवे, मेडिकल कॉलेज और गरीबों के घर बनाना कभी इनका एजेंडा रहा ही नहीं।
माफियाओं, आतंकियों को शरण देना, उनसे गरीबों का पैसा लुटवाना, यूपी में दंगे करवाना सपा का काम रहा है। इस बार भी इन लोगों ने गुंडों-अपराधियों और तालिबानी मानसिकता वालों को अपना प्रत्याशी बनाया है। इनका कैराना का प्रत्याशी तो धमकी देता है, लगता है इनकी गर्मी अभी गई नहीं है।
बड़ौत में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसमर्थन की अपील करते हुए योगी ने कहा कि 2012 से 2017 के काल में समाजवादियों ने जो किया, उसे कोई स्वाभिमानी भूल नहीं सकता है और भूलना भी नहीं चाहिए। यह उत्तर प्रदेश के लिए अंधकार का समय था।
उन्होने सपा, बसपा और कांग्रेस की पिछली सरकारों को उत्तर प्रदेश की बदहाली का जिम्मेदार बताया तो वर्तमान भाजपा सरकार के काम भी गिनाए। लोगों से सीधा संवाद करते हुए उन्होंने कहा ‘कौन भूल सकता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी।
लोग घरों से पलायन कर रहे थे, बहन बेटियों की सुरक्षा खतरे में थी, वो स्कूल नहीं जा पाती थीं और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि ‘लड़कों से गलती हो जाती है‘। यह इनका सुरक्षा का मॉडल है। आज किसी की मजाल है कि कोई बहन-बेटियों को नजर उठा कर भी देख ले। छपरौली में जनता से संवाद करते हुए योगी ने कहा कि सपा तमंचों की फैक्ट्री लगवाती थी, हम प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर बनवा रहे हैं। अब यहां की बनी तोप पाकिस्तान की छाती पर मूंग दलेगी।
स्थानीय पूरा महादेव के पवित्र धाम को नमन करते हुए योगी ने कांवड़ यात्रा का भी जिक्र किया और कहा कि सपा का राज था तो कांवड़ियों पर हमले होते थे, भाजपा सरकार आई तो कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मन रही है और कावड़ यात्रा के पर तो हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होती है।
सपा के मुफ्त बिजली जैसे चुनावी घोषणाओं पर कटाक्ष करते हुए योगी ने कहा कि इनके राज में बिजली ही नहीं आती थी, मुफ्त क्या देंगे। हमने तो 24 घंटे बिजली भी दी और अब तो किसानों का बिजली रेट आधा कर दिया है। आज किसी की हिम्मत नहीं कि कोई किसानों के पम्प सेट तक को चोरी कर ले।
आज विकास की बात करने वाले यह लोग तब कहां चले गए थे जब लोग मारे जा रहे थे, पलायन पर मजबूर किया जा रहा था। उन्होने कहा कि आज हाल यह है कि बुआ और भतीजे में इस बात की प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन कितने बड़े अपराधी को टिकट देता है।
यह लोग अपराधियों और माफियाओं के सहारे सत्ता में आना चाहते हैं ताकि वो फिर से तमंचे की खेती कर सकें लेकिन तमंचे की खेती करने वालों पर बुलडोजर चलता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार के डबल इंजन की सरकार के जनहितैषी कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि काम करने के लिए दम चाहिए, जो लोग माफियाओं और अपराधियों के सामने घिघियाते थे, ऐसे लोग सत्ता संचालन नहीं कर सकते, सिर्फ परिवार का ही ख्याल रख सकते है।
जैसे चिमटे से पकड़कर कोयले को दूर किया जाता है, ऐसे ही इन्हें भी करना होगा। क्योंकि कोयला गरम रहा तो हाथ जलाएगा और ठंडा रहा तो हाथ मे कालिख लगाएगा।
उन्होने कहा कि जब प्रदेश में कभी कोई सरकारी भर्ती निकलती थी तो सैफई खानदान पैसे लेकर भर्ती कराता था। तब प्रदेश का नौजवान भर्ती नहीं हो पाता था। आज बिना भेदभाव और बिना पैसों के नौकरी मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले तक पहले पश्चिम यूपी से व्यापारियों और नौजवानों का पलायन होता था, आज युवाओं को रोजगार मिल रहा है, व्यापारी सुरक्षित हैं और घर वापसी कर रहे हैं।
बड़ौत की सभा में पूर्ववर्ती सपा सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले जब सपा की सरकार ने सबसे पहला फैसला अयोध्या में रामजन्म भूमि पर आतंकी हमले के आरोपी आतंकियों के मुकदमे वापस लिए थे।
हमने सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया। सवालिया अंदाज में कटाक्ष करते हुए उन्होंने जनता से पूछा कि सपा सरकार ने तो गरीबों, असहायों के पेंशन का नाम भी समाजवादी कर दिया। भला पेंशन भी सपाई या कांग्रेसी हो सकती है क्या।