नयी दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 34 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा महासचिव तरुण चुघ और पंजाब चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पार्टी के मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी की मौजूदगी में उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने उम्मीदवारों की सूची में समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व दिया है। भाजपा ने जालंधर सेंट्रल से पार्टी के पंजाब विधानसभा के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया को उम्मीदवार बनाया है।
कुछ अन्य प्रमुख नामों में हरगोबिंदपुर से बलजिंदर सिंह, अमलोह से कंवरसिंह, सुजानपुर से दिनेश सिंह बब्बू, अमृतसर उत्तर से सुखविन्दर सिंह और होशियारपुर से तिक्ष्ण सूद के नाम शामिल हैं।
भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची में जातीय समीकरण का संतुलन बनाने की कोशिश की है।पंजाब में दलितो की बड़ी आबादी के मद्देनजर नौ अनूसूचित जाति के उम्मीदवार मैदान में उतारे गए हैं जिनमे जलालाबाद की सामान्य सीट से भी एक अनूसूचित जाति का प्रत्याशी शामिल है।
इनमें छह सिख और तीन हिंदू हैं। सामान्य वर्ग के 24 उम्मीदवारों में 13 हिंदू और 11 सिख हैं। भाजपा उम्मीदवारों को पहली सूची में दो महिलाएं भी शामिल हैं।
श्री चुघ ने कहा,पंजाब किसानी वाला प्रदेश है इसलिए हमने 34 में से 12 किसान परिवार से संबंध रखने वाले लोगों को टिकट दिया है। इसके अलावा हमारी सूची में में चिकित्सक, वकील, खिलाड़ी, युवा, महिला और पूर्व नौकरशाह भी शामिल हैं।
गौतम ने इस अवसर पर पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पंजाब की जनता कुशासन से त्रस्त है।पिछले कुछ समय से पंजाब में नशे की समस्या, भ्रष्टाचार और कई अन्य समस्याएं आम हैं, दुर्भाग्य से ये समस्याएं जस की तस हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में कांग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं, उनकी ही विधानसभा क्षेत्र में रेत का अवैध खनन हो रहा है और प्रदेश के रेत माफिया से उनके घनिष्ठ संबंध हैं।
गौतम ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने देश के प्रधानमंत्री पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं रखा। पांच जनवरी को फिरोजपुर में हुई घटना से पता चलता है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींढसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है।
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कौन सी पार्टी कितनी सीटों और किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह ज़रूर है कि पहली बार पंजाब में भाजपा बड़े भाई की भूमिका में होगी।