लालकुआं में विधायक एवं सरकार के विरोध का मिल रहा है रुझान

हल्द्वानी। जिप सदस्य डॉ. मोहन सिंह बिष्ट के भाजपा में शामिल होते ही लालकुआं विस में भाजपा के समीकरण बदलने लगे हैं। इस ताजा राजनीतिक घटनाक्रम की तपिश सीधे तौर पर विधायक नवीन दुम्का तक पहुंच गई है।
पहले से ही लालकुआं से भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, दीपेंद्र कोश्यारी,हेमंत द्विवेदी टिकट मांग रहे हैं। अब इस सूची में एक नाम डा. मोहन सिंह बिष्ट का भी जुड़ गया है। अक्टूबर 2019 में भाजपा से अलग होने के बाद डॉ. बिष्ट टिकट मिलने की शर्त पर ही भाजपा में शामिल होने की बात करते रहे हैं, वे अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा से टिकट मिलने का दावा कर रहे हैं।
2017 में कांग्रेस विरोधी लहर में लालकुआं से भाजपा प्रत्याशी नवीन दुम्का रिकार्ड 55.65 फीसदी वोट लाए थे। तब कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चंद्र दुर्गापाल को 21.59 फीसदी वोट पर संतोष करना पड़ा था। कांग्रेस को कम वोट मिलने का एक बड़ा कारण कांग्रेस नेता हरेंद्र बोरा के बागी चुनाव लड़ने के कारण भी हुआ था। बोरा तब 18.48 फीसदी वोट लाए थे। इन दोनों के वोट को जोड़ने के बाद भी भाजपा को रिकार्ड 15.58 फीसदी वोट ज्यादा मिले थे।
गौरतलब है कि डा. बिष्ट छात्र राजनीति से ही भाजपा से जुड़े रहे हैं। वे नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष के साथ ही दिग्गज नेता (अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल) भगत सिंह कोश्यारी के भी बहुत करीब रहे हैं। 2017 में कोश्यारी की दुम्का को एक बार चुनाव लड़ने की इच्छा के कारण ही बिष्ट टिकट की दौड़ में पीछे छूट गए थे।  इस बीच कोश्यारी के भतीजे दीपेंद्र के मैदान में आने से यह समीकरण ज्यादा उलझ गया है।
वे एक दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। पार्टी में शामिल करने से पहले मेरी सहमति नहीं ली गई है।
नवीन दुम्का, विधायक लाल कुआं
पार्टी की सेवा करने का अधिकार सबको है। भाजपा किसी को भी किसी भी शर्त के साथ पार्टी में शामिल नहीं करती है। कोई भी व्यक्ति यदि कहता है कि सशर्त शामिल हुआ हूं तो ये पार्टी की नीतियों के खिलाफ  है।
प्रदीप बिष्ट, जिला अध्यक्ष नैनीताल

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