देहरादून। उत्तराखण्ड के देहरादून में रिलायंस स्मार्ट सेंटर में खुले कैमिस्ट काउंटर को अवैधानिक बताते हुये थोक एवं खुदरा कैमिस्ट एसोसिएशन द्वारा अपने प्रतिष्ठान बंद रेख और उनके समर्थन में अन्य व्यापारियों ने भी एमएनसी स्टोर के बाहर धरना और प्रदर्शन किया।
व्यापारियों ने अन्य विभिन्न समस्याओं के विरुद्ध भी आवाज उठायी। आज सुबह नौ बजे से ही बड़ी संख्या में हौम्यौपैथिक और अंग्रेजी दवाओं के थोक और खुदरा व्यापारी काँवली रोड़ पर एकत्रित हो गए।
यहां से जुलुस के रूप में बड़ी संख्या में कैमिस्ट व्यापारी, दून उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारी एवं अन्य व्यापारों से जूड़े व्यापारीगण एवं पदाधिकारीगण रिलायंस स्मार्ट पांइट पहुंचे। जहां नारेबाजी के साथ सभी धरने पर बैठ गये।
व्यापारियों ने रिलांयस एवं अन्य मल्टीनेशनल स्टोरों को हिदायत दी कि वे अनैतिक व्यापार करने से बाज आये। साथ ही, चेतावनी दी कि यदि अनैतिक व्यापार के तरीकों से बाज नहीं आए तो बड़े स्तर पर प्रदेश भर में उनके खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा और आवश्यकता पड़ी तो प्रदेश बन्द भी किया जाएगा।
दून उद्योग व्यापार मण्डल अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि अब पानी सिर से ऊपर निकल गया है। जहां एक तरफ यह बड़ी-बड़ी कम्पनियां छोटे व्यापारियौं के परिवार के सदस्य के मुंह से निवाला छीनने को आतुर है, वह असहनीय है।
उन्होंने जीएसटी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि टेक्सटाइल पर जीएसटी की प्रस्तावित बढ़ोतरी को पांच प्रतिशत से 12 प्रतिशत तक किया जाना हास्यास्पद और पूरी ट्रेड को बर्बाद करने जैसा बताया है। व्यापार मण्डल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि आज के इस विरोध से मल्टीनेशनल कम्पनियों को अब अपना बोरिया बिस्तर समेटना शुरू करना होगा।
उन्होंने आनलाइन व्यवसाय को स्थानीय व्यापारियों का घोर दुश्मन बताया। कोरोना काल का हवाला देते हुए उन्होंने सभी से आह्वन किया कि जिस प्रकार से कोरोना काल पर स्थानीय दुकानदार ने ही एक-दूसरे की मदद की है, हमें उसी बात को ध्यान रखते हुए ‘लोकल इज वोकल’ पर एकदूसरे का साथ देना होगा।
धरना प्रदर्शन में उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक अनिल गोयल, शूज व्यापार मंडल के अध्यक्ष अशोक गर्ग, कपड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष परवीन जैन, रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष नवनीत मल्होत्रा और मनीष नन्दा, रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव पंकज मित्तल, होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव तनेजा, महासचिव नवीन खुराना, सर्राफा एसोसिएशन के सुनील मैसोन और देवेंद्र ढिल्ला ने भी अपने विचार रखे।