पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र पहुंचे बिपिन रावत के गांव

सैंणा गांव। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीडीएस बिपिन सिंह रावत के गांव सैंणा पहुंचे। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीडीएस के परिजनों के साथ बातचीत की। इसके साथ उन्होंने सैणा गांव के लिए मोटर मार्ग निर्माण कार्य के बारे में भी जाना।

उन्होंने गांव तक सड़क के कार्य में तेजी लाने के लिए पीडब्ल्यूडी के सचिव और चीफ इंजीनियर से फोन पर भी बात की। दोनों अफसरों ने सैणा गाव के मोटर मार्ग के कार्य को प्राथमिकता देने को आश्वस्त किया।

सीएम त्रिवेन्द्र ने अपने कार्यकाल के दौरान इस गांव के लिए मोटर मार्ग मंजूर किया था।पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जनरल बिपिन रावत प्रदेश ही नहीं समूचे देश की बड़ी शख्सियत थे।

उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत के नाम पर इस क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर का संस्थान खोले जाने का उनके मन में विचार आया है। इसके लेकर वे क्षेत्र लोगों के साथ सलाह मशविरा करने यहां आये हैं।

सीडीएस बिपिन रावत को याद करते हुए पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड उनका खास लगाव रहा। उनकी अपने पैतृक गांव में एक घर बनाने की योजना थी। वह पहाड़ियों से पलायन को लेकर चिंतित थे।

उन्होंने समय-समय पर राज्य सरकार के साथ इस पर चर्चा करते थे। उनकी सलाह के बाद पहाड़ियों से पलायन को रोकने के लिए एक अलग आयोग बनाया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि चीन और नेपाल के साथ सीमावर्ती राज्य होने के नाते, जनरल रावत अक्सर उत्तराखंड में पलायन के तरीकों पर चर्चा करते थे। उन्होंने कहा कि जनरल रावत ने मलारी (भारत-चीन सीमा के करीब) में एक अखरोट नर्सरी का उद्घाटन किया। वह इस बात को लेकर स्पष्ट थे कि अगर हम लोगों को गांवों में बसना चाहते हैं तो एक व्यावहारिक आजीविका मॉडल होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सीडीएस रावत करिश्माई व्यक्तित्व के धनी थे। वे जब भी किसी से मिलते थे लगता था वे उन्हें सालों से जानते हों। हर उम्र और वर्ग के लोगों से वे सादगी भरे अंदाज से मिलते थे। उत्तराखण्ड के विकास के लिए उनके पास बड़ा विजन था।

उत्तराखण्ड की माटी से विशेष लगाव होने के चलते उन्हें जब भी समय मिलता था वे यहां आते रहते थे। वे उन्होंने ह्यरैबार महोत्सव में हिस्सा लेने देहरादून पहुंचे थे। वे अपने निजी कार्यक्रम के दौरान भी अपने घर आये थे।

पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां क्षेत्र में सीडीएस बिपिन रावत की सोच और विजन को लेकर संस्थान स्थापित करने की उनका विचार है। इसका स्वरूप क्या हो? इसको लेकर ग्रामीणों से चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम को राजनीति से परे सामाजिक तौर पर शुरू करने का मेरा प्रयास रहेगा।

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