नयी दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि बंगलादेश की आजादी में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की महत्वपूर्ण भूूमिका रही है लेकिन मोदी सरकार इंदिरा को भुलाना चाहती है इसलिए उनके योगदान को याद नहीं किया जा रहा है।
खडगे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इंदिरा गांधी ने बंगलादेश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाया है और इसीलिए बंगलादेश की सरकार श्रीमती गांधी को उनके योगदान के लिए याद करती है लेकिन हमारी सरकार ने बंगलादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती पर पूर्व प्रधानमंत्री का नाम तक नहीं लिया है।
उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी के साहस के कारण ही पाकिस्तान के 95 हजार सैनिकों को एक साल बंधक बनाकर रखा गया। इस महान इतिहास को याद करना आज की सरकार का फर्ज है लेकिन यह सरकार कुछ भी बोलने नहीं देती।
संसद चल रही है लेकिन इस बारे में सदन में किसी को कुछ नहीं बोलने दिया जा रहा है। यह वही इंदिरा थीं जिनकी भूमिका की प्रशंसा करते हुए विपक्ष के तत्कालीन नेता अटल विहारी बाजपेई ने श्रीमती गांधी को ‘दुर्गा’ की उपाधि दी थी लेकिन आज की सरकार उनका नाम लेने तक परहेज कर रही है।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके महत्व को समझा है और एक साल तक बंगलादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती पर एक साल तक देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए हैं लेकिन सरकार स्वर्ण जयंती कार्यकम मनाते हुए श्रीमती गांधी का नाम तक नहीं ले रही है।