आज देश को बांटा जा रहा है : राहुल गांधी

विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ पर दून में जनसभा

 देश की एकता से 13 दिन में जीत ली थी लड़ाई 
देहरादून। कांग्रेस ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार व मुख्य प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा है कि आज देश को बांटा जा रहा है। एक भाई को दूसरे से लड़ाया जा रहा है।
यह बात कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां परेड मैदान में आयोजित विजय सम्मान रैली में कही। राहुल ने कहा है कि सरकार सिर्फ दो-तीन पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि 1971 में भारत ने मात्र 13 दिन के भीतर पाकिस्तान को इतनी बुरी तरह हराया कि उसके दो टुकड़े हो गये। जबकि अमरीका 20 साल से अफगानिस्तान में नहीं जीत पाया। भारत यह सब इसलिए कर पाया क्योंकि पूरा देश एक था। देश की एकता के कारण ही अमरीका के सातवें बेड़े को हिंद महासागर से उल्टे पांव लौटना पड़ा था। राहुल गांधी ने कहा है कि हिन्दुस्तान के आगे कोई भी देश खड़ा नहीं हो सकता, लेकिन आज देश को बांटा जा रहा है।
देश को कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। कमजोर लोगों को मारा जा रहा है।
तीन कृषि बिल जो काले कानून साबित हुए, किसानों को खत्म करने के लिए व चुनिंदा पूंजीपतियों के लाभ पहुंचाने के लिए लाये गये थे, लेकिन किसानों ने एक साल तक आंदोलन चलाकर सरकार को कानून वापस लेने पर विवश कर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने माफी मांगते हुए बिल वापस तो ले लिये, लेकिन आंदोलन के दौरा शहीद हुए सात सौ किसानों के लिए उनके पास कुछ नहीं है।
भाजपा के लोग कहते हैं कि कोई शहीद नहीं हुआ। राहुल ने कहा कि पंजाब सरकार ने आंदोलन में मारे गये 400 व हरियाणा ने 70 किसानों के परिजनों को कंपनसेशन दिया। जब सरकार के लोग किसानों की मौत मानने को तैयार नहीं हुए तो उन्होंने पार्लियामेंट में दोनों राज्यों की लिस्ट रखी।
  राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी और उसके बाद गलत जीएसटी, फिर कोरोना के समय हिन्दुस्तान के सबसे बड़ा उद्योग पतियों का टैक्स माफ किया, लेकिन मजदूरों को ट्रेन का टिकट भी नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि र्सैूरकार ने दुनिया में कच्चे तेल की कीमतें न्यूनतम होने के बाद भी पेट्रोल व डीजल महंगी दरों पर बेचकर 10 लाख करोड़ की कमाये। जबकि चुनिंदा उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया। उन्होंने आम आदमी को कहा कि वेे जब पेट्रोल भराते हैं तो जब यह बात सोंचें कि उनसे टैक्स के रूप में लिया जा रहा पैसा सीधे कुछ उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है। मात्र 26 मिनट के भाषण में उन्होंने सरकार पर ताबड़तोड़ हमले करते हुए अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की शहादत का जिक्र कर, उत्तराखंड के बलिदानी इतिहास से जोड़ते हुए कहा कि बलिदान का अर्थ वही समझ सकता है, जिसने देश के लिए अपना खून दिया है।
उन्होंने पूर्व सैनिक बहुल प्रदेश के लोगों को यह कहकर भी झकझोरा कि आज दिल्ली में विजय दिवस का कार्यक्रम हो रहा है, लेकिन उसमें इंदिरा गांधी का कहीं नाम तक नहीं है। इस मौके पर राहुल गांधी ने 1971 की जंग में शामिल रहे कई पूर्व फौजी अफसरों व जवानों को सम्मानित किया।

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