मुंबई। दिल्ली में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के चार नए मामले जबकि महाराष्ट्र में इस स्वरूप के आठ नए मामले सामने आए। इसके साथ ही देश में ओमीक्रोन स्वरूप के मामलों की संख्या बढ़कर 61 तक पहुंच गई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में चार और लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं तथा ये सभी हाल में विदेश यात्रा कर चुके हैं।
जैन ने कहा, अब तक राजधानी में छह लोग ओमीक्रोन से संक्रमित पाए जा चुके हैं।
उनमें से एक को छुट्टी दे दी गई है। उन सभी ने विदेश यात्रा की थी और उन्हें (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय) हवाई अड्डे से लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाए गए पहले व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। वहीं, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में ओमीक्रोन स्वरूप के आठ नए मामले दर्ज किए गए और इनमें से किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है।
स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नए मामलों के साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूप से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है। इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए हैं और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं।
स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया, ‘‘(पुणे स्थित) राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) द्वारा आज दी गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में आठ और मरीज ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए। इनमें से सात मरीज मुंबई के हैं और एक मरीज वसई-विरार (मुंबई की एक छोटी बस्ती) का है। इसमें कहा गया कि इन आठ लोगों में सात को कोविड-19 रोधी टीका लग चुका है और उनके नमूने दिसंबर के पहले हफ्ते में जांच के वास्ते लिए गए। विभाग ने बताया कि सभी संक्रमित 24 से 41 आयु वर्ग में हैं।
इसने बताया कि आठ में से तीन में लक्षण नहीं दिख रहे हैं, जबकि पांच में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। बुलेटिन में कहा गया, ‘‘प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, इनमें से कोई भी दूसरे देश से नहीं लौटा है।
इसमें कहा गया है कि ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों में से एक ने बेंगलुरु की यात्रा की थी, जबकि अन्य ने नई दिल्ली का दौरा किया था। बुलेटिन में कहा गया है कि आठ मरीजों में से दो अस्पताल में हैं और छह घरों में पृथक-वास में हैं तथा उनके करीबी संपर्कों का पता लगाया जा रहा है।