जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में हाल विदेश से आए दो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनके जीनोम सीक्वेसिंग के लिए सैंपल ओडिसा के भुवनेश्वर भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार फिलहाल विभाग ने दोनों लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उनके संपर्क में आने वालों की जांच शुरू कर दी है। इतना ही नहीं इन दो सैंपलों के साथ करीब 18 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है।
जिससे की तय हो सके की कोरोना का कोई नया स्ट्रेन तो बस्तर में प्रवेश नहीं कर लिया है। जो भी विदेश से आए हैं, उनकी पहचान कर जांच की जा रही है। विदेश एवं अन्य राज्य से लौटे दो संक्रमित पिछले एक हफ्ते में मिले हैं।
इसमें एक जर्मनी से आने वाला व्यक्ति है। वहीं दूसरा मुंबई से आया है। दोनों को विभाग ने निगरानी में रखा है। अच्छी बात यह है कि फिलहाल दोनों की हालत ठीक है, आरटीपीसीआर टेस्ट में इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
हालांकि इनके संपर्क में आए अधिकतर लोगों की जांच कर ली गई है और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। मेडिकल कालेज अधीक्षक टीकू सिन्हा ने बताया कि बस्तर में जीनोम सीक्वेसिंग की सुविधा नहीं है।
इसलिए समय- समय पर संदिग्ध सैंपलों की जांच को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भुनेश्वर भेजा जाता है। कुछ समय पहले 15 से अधिक सैंपलों को भेजा गया था। वहीं, हाल ही में बाहर से आए संक्रमित लोगों के सैंपल भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भुनेश्वर भेजा गया है।
वहां से रिपोर्ट आने में 20 से 30 दिन का समय लगता है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की बस्तर में क्या स्थिति है। फिलहाल ऐसे लोगों पर नजर बनाकर रखी गई है।