नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि मनरेगा का बजट घटाकर लोगों के काम के अधिकार पर लगातार कैंची चला रही है मोदी सरकार।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि मनरेगा को कांग्रेस ने काम के अधिकार का दर्जा देकर देश के गरीबों के लिए यह योजना शुरू कर उसे कानूनी जामा पहनाया।
मनरेगा का सभी राज्यों ने इस्तेमाल किया लेकिन मोदी सरकार मनरेगा के बजट में कटौती कर रही है ताकि गरीब स्वाभिमान नहीं जिये और वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सके। मनरेगा के बजट को 33 हजार करोड़ कम किया गया है।
उन्होंने कहा कि जब वह लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे तो तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यह मनरेगा कांग्रेस का स्मारक है और उनकी सरकार इसको बंद नहीं करेगी।
यह योजना गरीबों के काम कोविड के समय भी आई लेकिन अब इसमें कटौती की जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 100 दिन के काम की मनरेगा के तहत रोजगार देने की गारंटी थी लेकिन अब सिर्फ चार पांच दिन ही काम मिल रहा है।
सरकार ने मनरेगा के तहत पिछले साल औसतन 26 दिन ही काम दिया जिससे लोगों को पर्याप्त काम नहीं मिला।
उनका कहना था कि इससे साफ हो गया है कि मोदी सरकारी गरीबों के खिलाफ है और वह गरीबों को सम्मान नहीं देना चाहती है।