देहरादून।उत्तराखंड में चार धामों में से एक केदारनाथ धाम और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट आज सुबह विशेष पूजा-अर्चना के बाद बंद हो गए हैं। छह महीने तक बंद रहेंगे।
बता दें कि बह्ममुहूर्त से कपाटबंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। ऐसे में सुबह 6 बजे पुजारी बागेश लिंग ने केदारनाथ धाम के दिगपाल भगवान भैरवनाथ का आह्वान कर धर्माचार्यों की उपस्थिति में स्यंभू शिव लिंग को विभूति तथा शुष्क फूलों से ढककर समाधि रूप में विराजमान किया। वहीं, ठीक सुबह 8 बजे मुख्य द्वार के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये।
बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कल गंगोत्री के कपाट बंद कर दिए गए जबकि बद्रीनाथ मंदिर 20 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के मंदिरों को सामान्यतः चार धाम के नाम से जाना जाता है।
कोविड के कारण देर से शुरू हुई यात्रा
कोविड के कारण देर से शुरू हुई यात्रा में तीस हजार से ज्यादा श्रद्धालु गंगा दर्शन के लिए पहुंचे। उत्तरकाशी के ज़िलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 18 सितंबर से अब तक 32,948 से अधिक तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किये. बता दें कि बदरीनाथ के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे।