देहरादून। त्यौहारी मौसम में मिलावटखोरी पर नकेल कसने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किये हैं। खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि जिलों को अब साप्ताहिक सैम्पंलिग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके साथ ही सप्ताह में हाई रिस्क निरीक्षण करने के साथ ही दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों तेल मसाले आदि की ‘कोमोडिटी आधारित सैम्पलिंग करायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य की सीमाओं पर पुलिस डेयरी और आरटीओ जैसे विभागों के साथ मिलकर संयुक्त निरीक्षण की प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि 14 दिनों के अन्दर नमूनों रिपोर्ट आ जाये। इसके लिये रुद्रपुर स्थित जांच प्रयोगशाला को विशेष रूप से निर्देश जारी किये गये है।
उन्होंने कहा कि उपयोग में आने वाले खाद्य वस्तुओं को लेकर एफडीए द्वारा नवम्बर 2021 से मार्च 2022 तक विशेष सर्विलान्स अभियान चलाया जायेगा।
खासतौर से खाद्य तेल, शहद, चाय, घी आदि के 100 सैम्पल प्रति माह लिये जायेंगे, इनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रेत्तर कार्ययोजना बनायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा खाद्य कारोबारकर्ताओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा ईट राईट मेले भी आयोजित किये जायेंगे। यह एक इन्फोटेन्मेन्ट मॉडल होगा जिसके जरिये आमजनमानस को सही खान-पान को लेकर इसका भागीदार बनाया जायेगा।
खाद्य आयुक्त ने बताया कि दो ईट राईट मेले तीन दिसम्बर को देहरादून एवं 18 दिसम्बर को हरिद्वार में होगा। वहीं खाद्य सुरक्षा तथा हाइजिन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य में रेस्टोरेन्ट एवं होटलों हेतु खाद्य हाइजिन रेंटिंग शुरू की गयी है।