नयी दिल्ली। केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनियों से इस साल नवंबर के आखिर तक तापीय ऊर्जा संयंत्रों के पास कम से कम 18 दिनों की खपत के लिए कोयले का स्टॉक सुनिश्चित कराने को कहा है।
जोशी ने कोल इंडिया और इस क्षेत्र की अन्य सरकारी कंपनियों का देश में सालाना एक अरब टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य 2024 तक निश्चित रूप से हासिल करने की दिशा में प्रयास करने का आह्नव किया।
देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक सीआईएल के 47वें स्थापना दिवस समारोह को वीडियो कांफ्रेंस सुविधा के जरिए संबोधित करते हुए जोशी ने सीआईएल को वर्ष 2024 के अंत तक एक अरब टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुखों को संशोधित लक्ष्य तय करने और उसके लिए विस्तृत रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमतों में तीन गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है जिसके फलस्वरूप भारत में कोयले के आयात में 38 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कहा कि बिजली की मांग में 24 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है जो मजबूत आर्थिक विकास का संकेत है। सीआईएल की समर्पित मानव शक्ति की सराहना करते हुए जोशी ने देश के विभिन्न हिस्सों में कोयला खदानों के अपने हालिया दौरों को याद किया।
उन्होंने कहा कि कोविड -19 को लेकर किए गए लॉकडाउन के दिनों में भी कोयला उत्पादन कार्य में जुटे योद्धाओं ने देश में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चैबीसों घंटे काम किया।
कोयला, खान और रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने भी समारोह को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया।
उन्होंने देश में उपलब्ध कोयला के विशाल भंडार का उपयोग करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन ने कोयला आपूर्ति में हालिया कमी को दूर करने में सीआईएल और सहायक कंपनियों की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला और सीआईएल नेतृत्व को बधाई दी।
कोलकाता स्थित सीआईएल मुख्यालय में स्थापना दिवस समारोह में कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रमोद अग्रवाल ने कोयला क्षेत्र के विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों को सुरक्षा, पर्यावरण प्रबंधन, कोयला उत्पादन और व्यापार, सीएसआर पहल आदि की अलग-अलग श्रेणियों में कॉर्पोरेट पुरस्कार प्रदान किए।