देहरादून। नयी पीढ़ी को राम कथा की जानकारी दी जानी चाहिए। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कही। उन्होंने कहा कि रामलीला में पूरी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। खास कर बच्चों को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। शुक्रवार को पूरे देश के साथ साथ उत्तराखंड में ही जगह जगह राम लीला का आयोजन किया गया।
इस क्रम में देहरादून के डिफेंस कॉलोनी में भी विजयादशमी के शुभ अवसर पर कॉलोनी एवं आसपास के बच्चों द्वारा भव्य बाल रामलीला का मंचन किया गया।
लव कुश द्वारा राम दरबार में राम कथा का सुंदर प्रस्तुतिकरण हुआ।
दुर्गा स्तुति , रामस्तुति, बाल्मीकि आश्रम के रोचक दृश्य, अशोक वाटिका में रावण- सीता का काव्य संवाद एवं अंत में राम- रावण युद्ध को बड़ी संख्या में उपस्थित संभ्रांत जनता व वच्चों ने सराहा।
अपने उद्बोधन में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रामलीला नई पीढ़ी को संस्कारित करने का प्रभावी माध्यम है। हमें अपने बच्चों को ये अवश्य बताना चाहिये कि रावण को क्यूँ जलाया जाता है।
अंत में मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी बाल कलाकारों एवं उनका मार्गदर्शन करने वाली टीम को पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्षा राज्य बाल संरक्षण आयोग उषा नेगी , डिफेंस कॉलोनी समिति के अध्यक्ष टी पी कुंडलिया, उपाध्यक्ष डॉ विमलकांत नौटियाल एवम सचिव कर्नल (सेवानिवृत्त) आर एस खत्री, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रदेश मंत्री देवेंद्र डोभाल भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ संस्कृति कलाकार पुराण सिंह रावत ‘मस्ताना जी’ ने किया।