गोदियाल ने स्वीकारा, कांग्रेस पर भी है चेहरा घोषित करने का दबाव
आप और भाजपा द्वारा सीएम कैंडिडेट घोषित करने से कांग्रेस भी दबाव में
- धामी को बताया घोषणा सीएम और केजरीवाल को दिल्ली देखने की नसीहत
- पुराने की कांग्रेसियों की वापसी पर बोले, समय का इंतजार करें
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने स्वीकार किया है कि कांग्रेस पर भी चुनाव में चेहरा घोषित करने का दबाव बढ़ा है। बावजूद इसके कांग्रेस हरीश रावत की सरकार के कार्यकाल में हुए काम को लेकर ही चुनाव मैदान में जाएगी और काम ही कांग्रेस का चेहरा होगा।
गोदियाल ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कांग्रेस पर इस समय चुनावी चेहरा घोषित करने का दबाव है। विशेषकर जब आम आदमी पार्टी के द्वारा कर्नल अजय कोठियाल और भारतीय जनता पार्टी के द्वारा वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चेहरा बनाने की घोषणा के बादऐसा स्वाभाविक रूप से हुआ है। गोदियाल ने कहा कि इस दबाव के बावजूद कांग्रेस का चेहरा, कांग्रेस सरकार का काम है। जो काम पिछले कार्यकाल में हरीश रावत सरकार ने किया है वही काम कांग्रेस को सत्ता में वापसी के लिए चेहरे का काम करेगा।
गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने राज्य हित में इतने अधिक फैसले लिए थे कि वही हमारा चेहरा बन सकते हैं। पूर्व में कांग्रेस छोड़ चुके नेताओं की वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय पर सब साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जब युद्ध होता है तो दो तरह के हथियारों का उपयोग होता है, एक परंपरागत व दूसरे गैर परंपरागत। इसलिए गैर परंपरागत हथियारों का पता अचानक ही चलता है।
गोदियाल ने ऐसा कहकर यह पूर्व में बगावत कर कांग्रेस की सरकार गिराने वाले नेताओं की घर वापसी के विषय को हवा में तैरते रहने को विवश कर दिया। इसके विपरीत उन्होंने आदमी पार्टी को भाजपा की ‘बी टीम’ बताते हुए कहा कि भाजपा इतना सोच ले कि उससे कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होने वाला। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के द्वारा पिछले दिनों नौकरी के सपने दिखाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केजरीवाल जो भी काम उत्तराखंड में करने का दंभ भर रहे हैं, बस इतना बता दें कि उन विषयों पर उन्होंने दिल्ली में क्या-क्या किया।
यही बता दें कि वे उत्तराखंड में एक लाख नौकरी के सपने दिखाकर दिल्ली चले गये हैं, लेकिन दिल्ली में कितनी नौकरियां दी जरा ये भी बता दें। कांग्रेस अध्यक्ष ने सीएम धामी को घोषणा सीएम करार देते हुए कहा है कि जिस राज्य में कर्ज से वेतन दिया जा रहा है वहां ये चुनावी घोषणाएं आखिर कैसे पूरी होंंगी। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राज्य पर जो 72000 करोड़ का कर्ज है, उसमें से 39000 करोड़ कर्ज भाजपा की वर्तमान सरकार के कार्यकाल में लिया गया।