देहरादून। जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह ने बुधवार को उत्तराखंड
के राज्यपाल पद की शपथ ली। वह देवभूमि के 8वें राज्यपाल हैं।
नैनीताल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने नवनियुक्त
राज्यपाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथग्रहण कार्यक्रम
में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कई कैबिनेट मंत्री समेत शासन के शीर्ष
अधिकारी और सेना से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। बेबी रानी मौर्य के
इस्तीफे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का
राज्यपाल बनाया गया है।
सैनिक बहुल राज्य उत्तराखंड में एक वरिष्ठ रिटायर सैन्य अधिकारी की
नियुक्ति को काफी अहम माना जा रहा है। गुरमीत सिंह को चीन मामलों
का विशेषज्ञ माना जाता है और उत्तराखंड में चीन से सटी सीमा होने के
कारण उनकी नियुक्ति अहम हो जाती है।
कई पदकों से सम्मानिक अधिकारी, ले. जनरल सिंह लगभग चार दशकों की सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने सेना में अपनी सेवा के दौरान सेना के उपप्रमुख, सहायक जनरल और कश्मीर में नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाली 15वीं कोर के कमांडर के पद का जिम्मा संभाला।
वह सैन्य संचालन के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में चीन से जुड़े परिचालन और सैन्य रणनीतिक मुद्दों को भी संभाल रहे थे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह सेना में रहने के दौरान, एक दशक से अधिक समय तक कई विशेषज्ञ समूहों, संयुक्त कार्य समूहों, वार्षिक संवादों और चीन अध्ययन समूह की बैठकों का हिस्सा रहे।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने महत्वपूर्ण सैन्य कूटनीतिक और सीमा या वास्तविक नियंत्रण रेखा की बैठकों के लिए सात बार चीन का दौरा किया।
डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कोर्स और नेशनल डिफेंस कॉलेज से स्नातक, लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने चेन्नई और इंदौर विश्वविद्यालयों से दो एम.फिल किए हैं। उन्हें शानदार सेवाकाल में परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, एवीएसएम, और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया