मरीजों को मुफ्त जांच का आधा-अधूरा फायदा

सरकारी अस्पतालों में 207 प्रकार की पैथोलॉजी जांच निशुल्क मिलने का मामला

देहरादून । सरकार भले ही खूब दावे कर रही है कि सरकारी
अस्पतालों में मरीजों को 207 प्रकार की पैथोलॉजी जांच की
सुविधा निशुल्क दी जा रही है। मरीजों को यह सुविधा चौबीस घंटे
मिलने का प्रावधान है। लेकिन नियमों की उलझन ऐसी कि
मरीजों को मुफ्त जांच की समुचित सुविधा मिल नहीं मिल पा रही
है। ऐसे में मरीजों को इस योजना का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है।

बता दें कि पहले चरण में छह जनपदों अल्मोड़ा, टिहरी, देहरादून,

नैनीताल, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर के 38 जिला चिकित्सालयों,
उप जिला चिकित्सालयों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क
पैथोलॉजी जांच की सुविधा शुरू की गई है। इसके तहत मरीजों
को बायोकेमिस्ट्री, हेमेटोलॉजी, विटामिन, हार्मोन, बायोप्सी,
इम्युनोलॉजी, ट्यूमर मार्कर आदि जांच की निशुल्क सुविधा
मिलती है।
अब दूसरे चरण में शेष सात जिलों के 3२ सरकारी चिकित्सालयों में निशुल्क जांच की यह सुविधा जल्द शुरू होने जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
पर अस्पतालों में स्थिति इसके विपरीत है। बताया जा रहा है कि अस्पताल से जिस निजी लैब (चंदन डायग्नोस्टिक) के साथ अनुबंध किया है उसकी टीम अस्पताल टाइम पर ही संबंधित अस्पताल में उपलब्ध रहती है। उसके बाद ऑन काल की सुविधा होती है। अस्पताल समय के दौरान मरीजों की वह पैथोलॉजी जांच निशुल्क की जा रही है जिसकी सुविधा अस्पताल में नहीं है। अन्य जांच सरकारी शुल्क पर ही बिल काटकर करानी पड़ रही है। हालांकि पूर्वाह्न 11 बजे बाद जांच मुफ्त होती है। कुल मिलाकर सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लाभ मरीजों को आधा-अधूरा ही मिल रहा है। उधर, इस संदर्भ में अनुबंधित लैब के वाइस प्रेसिडेंट मनोज बेलवाल का कहना है कि अनुबंध की शर्तों के तहत ही सेवाएं दी जा रही हैं। मरीजों को आधार कार्ड लाने पर मुफ्त जांच की सुविधा प्रदान की जाती है।

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