शहीद स्थल खुमाड़ में दोहराया गया गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का संकल्प
हल्द्वानी से शुरू हुई पहाड़ी आर्मी की यात्रा मौलेखाल पहुंची, चौतरफा समर्थन
हल्द्वानी । एक राज्य एक राजधानी, मेरी राजधानी गैरसैंण की आवाज को बुलंद करने के लिए पहाड़ी आर्मी की संकल्प यात्रा खुमाड़ (सल्ट) में प्रवेश कर गई है। कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि गैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए लोग खुद आगे आ रहे हैं और व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। यही नहीं कार्यकर्ताओं के भोजन की भी व्यवस्था लोग खुद कर रहे हैं। टीम ने उत्तराखंड की बारदोली में गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया है।
यह जानकारी सोमवार को पहाड़ी आर्मी के संयोजक हरीश रावत ने दी। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से शुरू हुई यात्रा रामनगर, मोहान, हिनोला, शशिखाल में जनसभा, नुक्कड़ सभा और जन जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही खुमाड़ से मौलेखाल पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि जगह जगह जनमत पत्र भरे गए। लोग खुद आगे आकर हिस्सेदारी कर रहे हैं। रात आठ बजे पहाड़ी आर्मी की टीम शहीद स्थल खुमाड़ में पहुंची। यहां टीम ने रातभर जागरण किया और शहीदों की बारदोली में पहाड़ की राजधानी गैरसैंण बनाने तक संघर्ष करने का संकल्प दोहराया गया।
उन्होंने बताया कि शहीद स्मारक से संकल्प लेकर पहाड़ी आर्मी की टीम ने शशिखाल, मौलेखाल, पेश्या, डोटियाल में नुक्कड़ सभाएं की और लोगों को जागरूक किया। करीब दो सौ लोगों ने पहाड़ी आर्मी की सदस्यता ली और पहाड़ को बचाने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रवीण सिंह काशी, बालम सिंह नेगी, गोपाल सिंह रावत, पंकज ध्यानी, नारायण सिंह रावत, अमित बिष्ट समेत कई लोग मौजूद रहे।