देहरादून: उत्तराखंड कैडर के साथ ही लंबे समय तक राज्य में सेवाएं दे चुके केएस राजू का विगत शनिवार को निधन हो गया था। आपको बता दें कि केएस राजू पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के पोते होने के साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भी रहे चुके हैं।
उत्तराखंड कैडर के 1978 बैच के आफिसर केएस राजू अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जाते थे। यही नहीं राजू के नाम एक बड़ी उपलब्धि 108 सेवा की शुरूआत करना भी है। आपातकालीन 108 सेवा आज भी उत्तराखंड सहित कई राज्यों में किसी वरदार से कम नहीं है, जहां अस्पताल तो सड़क तक नहीं है। इसके साथ ही केएस राजू ने कई ऐतिहासिक फैसले किए। उन्होंने भवाली में डॉक्टरों की सलाह के बाद टीबी मरीजों के लिए बनाया गया सेनेटोरियम को भी बिकने नहीं दिया। राजनीतिक दबाव के बाद भी उन्होंने यह डील नहीं होने दी। आपको बता दें कि पूर्व पीएम जहवाहर लाल नेहरू ने भवाली में टीबी मरीजों के लिए इस सेनेटोरियम अस्पताल की स्थापना की थी।
2014 में उनके तबादले को लेकर विवाद हुआ। उस समय वह केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव थे। विवाद इस बात को लेकर था कि बिना अगले स्वास्थ्य सचिव का नाम क्लियर हुए ही, उन्हें पद से हटा दिया गया था। राजू ने उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र से एमएए किया और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में जॉन एफ कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्मेंट से एमए की डिग्री ली थी। वह अपनी बेबाक और ईमानदार छवि के लिए पूरे कार्यकाल में जाने जाते रहे हैं। उनके निधन सभी आईएएस समेत समाज के हर बुद्धिजीवी वर्ग में शोक की लहर है।