कोरोना: चारधाम तो शुरू नहीं हूई मगर सियासी यात्राएं शुरू
आज होगा श्रीनगर से भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा का आगाज
- खटीमा से प्रदेश कांग्रेस शुरू करेगी अपनी सत्ता परिवर्तन यात्रा
- नीति आयोग लोगों को त्योहार सावधानी से मनाने को कह रहा
देहरादून। कोरोना प्रोटोकॉल के चक्कर मेें चार धाम यात्रा तो शुरू नहीं हुई मगर सियासी जमावड़ा पर शायद कोरोना के संक्रमण का असर नहीं पड़ता है। तभी तो विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर शुक्रवार से भाजपा और कांग्रेस की राजनीतिक यात्राएं शुरू हो रही हैं। भाजपा की श्रीनगर से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हो रही है वहीं कांग्रेस की सत्ता परिवर्तन यात्रा खटीमा से शुरू हो रही है। केंद्र सरकार लोगों को ताकीद कर रही है कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है इसलिए त्योहारी सीजन में जमावड़ा से बचना चाहिए।
गौरतलब है कि नीति आयोग के सदस्य डॉ.वीके पॉल अपील कर रहे हैं कि मास्क उतारने का अभी मौका नहीं आया है। त्योहारों को इस साल भी अलग तरीके से मनाना चाहिए। गणेश चतुर्थी, नवरात्रि , ईद आदि परिवार के साथ ही मनाएं। जितने हालात कंट्रोल में दिख रहे हैं, लापरवाही से हालात खराब हो सकते हैं। अगर जरूरी हो तब भी बिना फुल वैक्सीनेशन के एक जगह लोगों को नहीं जुटना चाहिए। अगर सावधानी नहीं बरती गई और वायरस म्यूटेट कर गया तो यह सारी व्यवस्था को हिलाकर रख देगा। विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका भी जताई जाने लगी है । ओंणम का त्योहार बीतते ही केरल में 3 हजार से ज्यादा मामले आने लगे हैं। हाल में प्रदेश के विधानसभा के मानसून सत्र में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ी थी। विधानसभा में विधायक दो गज की दूरी मगर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी दल अपनी भीड़ भरी सियासी यात्राओं पर आमादा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक शुक्रवार को श्रीनगर में आयोजित होने वाली जन आशीर्वाद रैली की पूर्ण तैयारी हो चुकी है व 6 सितंबर को अल्मोड़ा में होने वाली जन आशीर्वाद रैली की तैयारियां चल रही है और इसके लिए जिम्मेदारियां तय कर दी गयी है। उधर कांग्रेस की तीन सितंबर से खटीमा के शहीद स्थल से चार चरण की परिवर्तन यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा पहले चरण में तीन दिन ऊधमसिंह नगर और नैनीताल के मैदानी क्षेत्रों में चलेगी। दूसरा चरण कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में चलेगी। तीसरा चरण गढ़वाल मंडल में और चौथा चरण हरिद्वार में होगा।