रुडक़ी। सहारनपुर की दूरी शहर से 55 किलोमीटर दूर है लेकिन उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की बसों में सफर करने से लगता है कि दोनों की दूरी अलग-अलग है। एक समान दूरी के शहर के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड परिवहन निगम की बस अलग-अलग किराया वसूल कर रही हैं।
कोरोना संक्रमण काल की दूसरी लहर धीमी होने के बाद अन्य प्रदेशों के लिए बसों का संचालन शुरू हो चुका है। उत्तराखंड में भी अन्य प्रदेशों से बसें आना शुरू हो गई हैं। साथ ही यहां से भी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली आदि राज्यों के लिए बसों का संचालन हो रहा है। इसी बीच किराये को लेकर आए दिन रोडवेज बसों में परिचालकों से यात्रियों की नोकझोक हो रही है। रुडक़ी से सहारनपुर की दूरी 55 किलोमीटर है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें रुडक़ी से सहारनपुर का किराया 64 रुपये वसूल रही है जबकि उत्तराखंड परिवहन निगम की जो बसें सहारनपुर जा रहे हैं वह 75 रुपये किराया वसूल कर रही है। 11 रुपये के अंतर को लेकर आए दिन हो रही गाली गलौज से परिचालक भी परेशान हैं। यात्री विवेक कुमार, अर्जुन वर्मा व सुनील वर्मा आदि ने बताया कि पिछले 2 साल के अंतर में परिवहन निगम में किराया दोगुना कर दिया है। यात्रियों पर बोझ पड़ रहा है। कई बार परिचालकों की परिवाद पुस्तिका में इसकी शिकायत भी दर्ज की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है वही परिचालकों की मानें तो किराए में यदि 2-4 रुपये का अंतर हो चल जाता है। 11 रुपये के अंतर की वजह से आए दिन परेशानी हो रही है। इस संबंध में रुडक़ी डिपो के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी विवेक कपूर ने बताया कि उत्तराखंड परिवहन निगम पांच व दस रुपये के राउंड फिगर में किराया बढ़ाता है जबकि उप्र 1- 2 रुपये के अंतर में। साथ ही उप्र परिवहन निगम की बसें कई जगह टोल को यात्रियों से नहीं वसूल रही है। इसलिए यह अंतर आ रहा है।
यात्री करते हैं उप्र परिवहन की बस का इंतजार
किराये में अंतर आने की वजह से अधिकांश यात्री बस अड्डे व अन्य स्टापेज पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के ही आने का इंतजार करते हैं, उनकी जेब पर महंगाई की मार कम पड़ेघ्। कई बार तो यात्री सहारनपुर व छुटमलपुर आदि डिपो की बसों में खड़े होकर यात्रा कर रहे हैं लेकिन उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में कम ही बैठ रहे हैं।