रुडक़ी। स्कूल बसों के संचालन को लेकर एसओपी जारी नहीं होने, ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई की दिक्कतों को देखते हुए रुडक़ी में प्राईवेट स्कूल अब भी नहीं खुले। आगे भी स्कूल खोलने में संचालक बहुत दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। दो अगस्त से कक्षा नौ से बारह तक की क्लास खोलने की अनुमति सरकार ने दी थी। स्कूल किन मानकों के आधार पर खोले जाएंगे, इसको लेकर एसओपी जारी की गई है। सोलह अगस्त से कक्षा छह से ऊपर की क्लास भी शुरू होनी है। रुडक़ी में सरकार और अशासकीय कॉलेजों में नौ से ऊपर की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। लेकिन प्राईवेट स्कूल पूरा हफ्ता बीत जाने के बाद भी नहीं खुले हैं। पहले दो अगस्त को ही प्रशासन के साथ निजी स्कूल संचालकों की बैठक होनी थी। यह बैठक तीन अगस्त को हुई। लेकिन स्कूल उसके बाद भी नहीं खुल पाए। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जो गाइडलाइन जारी की गई है उसमें स्कूल खोला जाना संभव नहीं है। शहर के बाहर के जो स्कूल है वहां बच्चे केवल स्कूल बस से ही आते जाते हैं। स्कूल खोलने को लेकर जारी एसओपी में बसों के संचालन के बारे में नहीं बताया गया है। पहले खड़ी रही बसों से भी टैक्स लिया जा रहा है। इसके साथ ही एक ही समय पर ऑफलाइन और ऑनलाइन कक्षा चलाने को भी स्कूल व्यावहारिक नहीं मान रहे। स्कूलों का कहना है कि एक ही समय में दोनों चलने हैं। जब शिक्षक क्लास में पढ़ाएंगे तो वह बार-बार कैमरे की ओर नहीं देख पाएंगे। इसके साथ ही केवल ट्यूशन फीस लेने को कहा गया है। स्कूलों में मेंटेनेंस, बिजली बिल सहित दूसरे तमाम खर्चे हैं। सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल एग्ज्यूक्यूक्यूटिव सोसाइटी के सचिव अभिषेक चंद्रा का कहना है कि कई व्यावहारिक दिक्कतें हैं। इस कारण स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं।
तीस फीसदी है उपस्थिति
रुडक़ी ब्लाक के सरकारी और अर्द्सरकारी स्कूलों में औसत उपस्थिति तीस फीसदी के आसपास है। खंड शिक्षाधिकारी श्रीकांत पुरोहित ने बताया कि स्कूलों को एसओपी का पालन करने को कहा गया है। वह भी लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं।
प्रवेश परीक्षा 11 को
जवाहर नवोदय स्कूल में कक्षा छह के लिए प्रवेश परीक्षा 11 अगस्त को होगी। परीक्षा को लेकर रोशनाबाद में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। रुडक़ी शहर में दो केंद्र बनाए गए हैं। केएलडीएवी में 396 और जीआईसी रुडक़ी में 262 बच्चे परीक्षा देंगे। बैठक में खंड शिक्षाधिकारी रुडक़ी श्रीकांत पुरोहित, बहादराबाद अजय कुमार चौधरी, जीआईसी के प्रधानाचार्य राम मिलन सिंह, केएलडीएवी के प्रधानाचार्य मनोज सैनी मौजूद थे।