हाल-ए-स्वास्थ्य:11 जिलों में एक भी मनोचिकित्सक तैनात नहीं
राज्य के नौ जिलों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के 50 फीसद से अधिक पद खाली
- स्टेट ऑफ स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स इन उत्तराखंड की दूसरी रिपोर्ट में हुआ खुलासा
- पहाड़ चढ़ना नहीं चाहते डॉक्टर, सभी पर्वतीय जिलों में स्थिति बदतर
बाल रोग विशेषज्ञ भी नहीं
एसडीसी फाउंडेशन के रिसर्च हेड ऋषभ श्रीवास्तव कहते हैं विशेषज्ञ चिकित्सकों के तैयार विश्लेषण से यह भी साफ है कि सरकारी अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञों के मामले में राज्य की स्थिति बेहद चिंताजनक है। स्वीकृत पदों के मुकाबले केवल 40 प्रतिशत बाल रोग विशेषज्ञ व महिला रोग विशेषज्ञ अस्पतालों में तैनात हैं। पर्वतीय इलाकों में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होना लगातार चुनौती बनता जा रहा है। महिला डॉक्टरों की अनुपलब्धता के कारण संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल, बाल पोषण आदि मामलों में राज्य की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहा है। वहीं कई विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशासनिक कार्यों में लगाया गया है। इससे भी मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर लाभ नहीं मिल पा रहा है।