29 वर्षो से जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे ग्रामीण 

ग्राम पंचायत दैड़ा के पापड़ी तोक में भूधंसाव से खतरे की जद में 18 परिवार प्रभावित ग्रामीणों की विस्थापन की मांग, मिल रहे सिर्फ कोरे आश्वासन

ऊखीमठ। तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत दैड़ा के पापड़ी तोक के 18 परिवारों पर कभी भी प्रकृति का कहर बरस सकता है। पापड़ी तोक के निचले हिस्से में 29 वर्षों से हो रहे भूधंसाव के कारण ग्रामीण विस्थापन की मांग कर रहे हैं, मगर शासन-प्रशासन स्तर से सिर्फ कोरे आश्वासन ही मिल रहे हैं। यदि समय रहते पापड़ी तोक के प्रभावित परिवारों का विस्थापन नहीं हुआ तो भविष्य में भारी संख्या में जनहानि होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आलम यह है कि आसमान में बादल छाने से पापड़ी तोक के ग्रामीणों की दिन का चैन और रातों की नींद हराम हो जाती है और रात्रि के समय मूसलाधार बारिश में ग्रामीण एक दूसरे को टॉर्च की रोशनी दिखाकर रात्रि गुजारने को विवश हैं। 
बता दें कि तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत दैड़ा के पापड़ी तोक के निचले हिस्से में वर्ष 1992 से भू धसाव शुरू हो गया था। भूधंसाव होने का मुख्य कारण आकाश कामिनी नदी के तेज उफान पर आने के कारण भूमि कटाव माना जा रहा है। नदी किनारे भूमि कटाव होने के कारण कुण्ड-चोपता-गोपेश्वर मार्ग पर पापड़ी तोक का निचला हिस्सा लगातार खिसकता जा रहा है, जिससे पापड़ी तोक की जमीन भी धीरे-धीरे खिसकने से तोक के 18 परिवार जीवन व मौत के साये में दिन गुजारने को विवश हैं। विगत वर्ष भी तोक के निचले में भू धसाव अधिक होने से कई मकानों में दरारें पड़ गयी थी तथा एक परिवार घर छोड़ने को विवश हो गया था। विगत दिनों मोटर मार्ग का अधिकांश हिस्सा खिसकने से पापड़ी तोक के सतेन्द्र सिंह, योगेन्द्र सिंह, प्रेम लाल, सन्दीप लाल, रूप लाल, दिनेश लाल, रमेश लाल, दिनेश लाल पुत्र श्याम लाल की मकानों में दरारें पडऩे से ग्रामीण खौफजदा हैं, जबकि कुलदीप सिंह और प्रदीप का मकान विगत वर्ष क्षतिग्रस्त होने से वे एक वर्ष पूर्व ही मकान छोड चुके हैं। प्रधान दैड़ा योगेन्द्र सिंह ने बताया कि पापड़ी तोक के ग्रामीणों पर कभी भी प्र.ति का कहर बरस सकता है। तोक के आठ परिवारों की मकानों में लगातार दरारें पड़ती जा रही हैं तथा शेष मकान कभी भी खतरे की जद में आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि शासन-प्रशासन से विस्थापन के लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भट्ट ने भी पापड़ी तोक का भ्रमण कर प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि शीघ्र पापड़ी तोक के ग्रामीणों के विस्थापन के लिए मुख्यमंत्री व आपदा मंत्री को ज्ञापन भेजकर विस्थापन की मांग की जायेगी। वहीं जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया जायेगा और ग्रामीणों की हर संभव मदद की जायेगी।

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