देहरादून। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने एवं आम जनमानस तक विभाग की पहुंच बनाने के उद्देश्य से सूबे के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सूबे के पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशकों की बैठक बुलाई। डा़ रावत ने कहा कि सूबे की स्वास्थ्य सुविधाओं को और सदृुढ़ बनाने के लिए इस क्षेत्र में कार्य कर रहे विशेषज्ञों से सुझाव एवं सलाह ली जायेगी। जिसके लिए उन्होंने 15 दिनों का लक्ष्य विभागीय अधिकारियों को दिया है। इस क्रम आज उत्तराखंड के प्रथम महानिदेशक स्वास्थ्य डा आईएस पाल सहित आधा दर्जन पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशकों ने बैठक में प्रतिभाग कर अपने सुझाव रखे।
बैठक में अपने अनुभवों को साझा करते हुए डॉ. पाल ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य केंद्रों के बेहतर संचालन के लिए मेडिकल उपकरणों के रख-रखाव के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ एवं टेकिशियन्स को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। डा़ आरपी भट्ट ने कहा कि प्रदेशभर के अस्पतालों में फिजिशियन एवं रोग विशेषज्ञों की तैनाती अति आवश्यक है। डॉ डीएस रावत ने ब्लाक एवं जिला अस्पतालों में आपसी समन्वय को जरूरी बताया। उन्होंने बच्चों में होने वाले गंभीर रोगों की पहचान हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण दिये जाने पर बल दिया। डॉ अमिता उप्रेती ने कहा कि आशा वर्कर्स को विशेष प्रशिक्षण देकर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान में लगाया जा सकता है। डॉ आशा माथुर ने कहा कि गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ ही अस्पतालों में प्रसव की सुविधा बढ़ाई जानी चाहिए। इस मौके पर डॉ. आरसीएस सयाना एवं डा आरसी आर्य ने भी अपने सुझाव रखे।