भारतीय थलसेना को मिली 341 जांबाज अफसरों की फौज
देश की रक्षा के लिए मर मिटने की ली शपथ, सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर आईएमए से हुए पास आउट
- अफगानिस्तान समेत नौ मित्र देशों को भी मिले 84 युवा सैन्य अधिकारी
- सैन्य अकादमी से देश- विदेश को मिल चुके हैं 63 हजार 381 सैन्य अधिकारी
- पश्चिमी कमान के जीओसी ले. जनरल आरपी सिंह ने किया परेड का निरीक्षण
- राजस्थान के जेंटलमैन कैडेट मुकेश कुमार को मिला प्रतिष्ठ्ति सोर्ड ऑफ ऑनर
- कैडेट दीपक सिंह ने किया परेड को लीड, गोल्ड मेडल भी मिला
- ड्रिल स्क्वायर पर देवभूमि उत्तराखंड के 37 युवा कैडेटों ने भी की शानदार कदमताल
देहरादून । भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर वतन की रक्षा के लिए मर मिटने की शपथ लेकर 341 युवा अफसर शनिवार को थलसेना का अभिन्न अंग बन गये हैं। इनमें सैनिक बहुल प्रदेश उत्तराखंड के 37 युवा सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। जबकि सबसे बड़े राज्य उप्र के 66 कैडेट पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बने हैं। वहीं नौ मित्र देशों के 84 जेंटलमैन कैडेट भी आईएमए से पास आउट होकर अपने अपने देश की सेना में शामिल हो गये हैं। कुल मिलाकर परेड में देश-विदेश के 425 जेंटलमैन कैडेटों ने शिरकत की। अब सेना को युवा अफसर देने वाली बारामासी नदी के रूप में पहचान रखने वाली सैन्य अकादमी के इतिहास में देश-विदेश की सेना को 63 हजार 381 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों की सेना को मिले 2556 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
सेना की पश्चिमी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग ले. जनरल आरपी सिंह ने बतौर निरीक्षण अधिकारी गरिमामय परेड की सलामी ली। पासिंग आउट कोर्स के हरफनमौला जेंटलमैन कैडेट राजस्थान के सीकर निवासी मुकेश कुमार को प्रतिष्ठ्ति सोर्ड ऑफ ऑनर और ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी कैडेट दीपक सिंह को गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। शनिवार सुबह को आईएमए के ड्रिल स्क्वायर पर आयोजित 148वें रेगूलर कोर्स व समानांतर कोर्सों की दीक्षांत परेड (पीओपी) में कदमताल करते हुए 425 युवा जांबाज पास आउट होकर बतौर सैन्य अधिकारी देश-विदेश की सेना में शामिल हो गये हैं।
कोरोना संकट के चलते इस बार भी परेड सादगी से हुई। सभी जेंटलमैन कैडेट मास्क पहनकर परेड में शामिल हुए। कैडेटों के स्वजन को भी पीओपी देखने के लिए अकादमी में आने की अनुमति नहीं थी। पश्चिमी कमान के जीओसी ने अकादमी के समादेशक ले. जनरल हरिंदर सिंह व परेड कमांडर दीपक सिंह के साथ परेड का निरीक्षण कर पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों से सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने युवा अफसरों से चरित्र, अनुशासन व सत्यनिष्ठा के साथ नई जिम्मेंदारियों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों को संबोधित करते हुए पश्चिमी कमान के जीओसी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना की अपनी अलग पहचान है। सेना की इस परंपरा को बनाये रखने की जिम्मेदारी युवा अफसरों की है।
कैडेट से सैन्य अधिकारी बनने जा रहे युवा जवानों से पूरी निष्ठा, लग्न व समर्पण के साथ देश की सेवा करने का आह्वान भी उन्होंने किया। कहा कि यह समय अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। एक तरफ देश-दुनिया कोरोना महामारी से जंग लड़ रही है, वहीं वैश्विक स्तर पर कई तरह के बदलाव हो रहे हैं। इसलिए युवा सैन्य अधिकारियों को डटकर हर चुनौती का सामना करना होगा।
परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व ओथ सेरेमनी में शिरकत करने के बाद सभी युवा बतौर लेफ्टिनेंट अपने-अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गये हैं। परेड के दौरान रिव्यूइंग आफिसर ने आईएमए में सैन्य प्रशिक्षण के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेटों को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक प्रदान किए। भूटान के कैडेट किन्ले नोरबू को श्रेष्ठ विदेशी कैडेट का पुरस्कार दिया गया। चैंपियन कंपनी डोगराई को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया गया।
ये रहे पीओपी के सितारे
सोर्ड ऑफ ऑनरबटालियन अंडर आफिसर मुकेश कुमार
स्वर्ण पदक एकेडमी अंडर आफिसर दीपक सिंह
रजत पदकबटालियन अंडर आफिसर मुकेश कुमार
कांस्य पदकएकेडमी कैडेट एज्युडेंट लवनीत सिंह
रजत पदक (टीजीसी)जूनियर अंडर आफिसर दक्ष कुमार पंत
श्रेष्ठ विदेशी कैडेटकिन्ले नोरबू (भूटान)
सीओएएस बैनरडोगराई कंपनी
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किस देश को कितने अफसर मिले
देश अफसर
भारत 341
अफगानिस्तान 43
भूटान 18
तजाकिस्तान 13
मारीशस 4
वियतनाम 2
मालदीव 1
श्रीलंका 1
टोंगा 1
र्किगिस्तान 1
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Wakai badi uplabdhi Bhartiya Thal Sena ke liye.
Good News
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