पटना : सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने में लेकर चर्चे में हैं। इसका कारण है कि कोरोना वैक्सीन के प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री का फोटो होना। इस फोटो को देखकर जानकार सूत्रों का कहना है कि मांझी बिल्कुल जलभुन कर राख हो गए और उन्होंने तत्काल ही टीका-टिप्पणी शुरू कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कोरोना वैक्सीन के बाद दिए जाने वाले प्रमाण पत्र पर सवाल उठाए हैं। दरअसल उन्हें आपत्ति इस बात से है की प्रमाण पत्र पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों लगी है। मांझी रविवार को गया के महकार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली थी। जिसके बाद उन्हें सर्टिफिकेट मिला और अब उस पर उन्होंने सवाल खड़ा कर उन्होनें इसे सियासी रंग दे दिया।
वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद जीतन राम मांझी को वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र दिया गया, जिस पर पीएम की तस्वीर लगी थी। इसी तस्वीर पर जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर आपत्ति जताई। मांझी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि को-वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद मुझे प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है।
सोमवार की सुबह एक और ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर तस्वीर लगाने का इतना ही शौक है, तो कोरोना से हो रही मृत्यु के डेथ सर्टिफिकेट पर भी उनकी तस्वीर लगाया जाना न्याय संगत होगा। मांझी के इस बयान की भाजपा खेमे में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मांझी से संयम बरतने और उल्टे सीधे बयानों से बाज आने की नसीहत दी है।