रायपुर । छत्तीसगढ़ में आंध्र प्रदेश से सटे बस्तर इलाके के नक्सली संगठन के बीच कोरोना संक्रमण फैलने की खबर है। इसी बीच पुलिस का दावा है कि 8 से 10 नक्सलियों की मौत हो चुकी है।
पुलिस को मिले नक्सलियों के एक पत्र से यह तथ्य सामने आया है कि मौत के डर से नक्सली संगठन छोड़कर भागने लगे हैं। इसके साथ ही अब ये खतरा भी खड़ा होता दिख रहा है कि भागे हुए नक्सली छिपने या इलाज के लिए गांवों में आकर वहां भी संक्रमण फैला सकते हैं।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इस बारे में जागरुक करने अभियान चलाया जा रहा है।
नक्सलियों के पत्र से सामने आई जानकारीदर
बस्तर पुलिस को नक्सलियों का एक पत्र हाथ लगा है। यह पत्र कॉमरेड वि.म. ने अपनी किसी कॉमरेड दीदी को संबोधित करते हुए लिखा है। इस पत्र से भी साफ होता है कि बस्तर क्षेत्र में सक्रिय नक्सली संगठन के बीच कोरोना का संक्रमण फैल चुका है।
पत्र में कहा गया है कि दक्षिण बस्तर दरभा एवं पश्चिम बस्तर डिवीजन में हमारे कई साथी बीमारी से लड़ रहे हैं। अचानक दक्षिण बस्तर के रूपी दरभा डिवीजन सीएनएम कमांडर हुंगा, बटालियन से देवे,गंगा, सुदरु, मुन्नी, रीना, की मौत हो गई है। डीवीसी राजेश दादा,सुरेश मनोज, की स्थिति बहुत गंभीर बता रहे हैं। सभी बीमार लोगों का इलाज आपकी लोकेशन पर किया जाएगा,यह दादा बता रहे थे।
मैंने सावधान किया तो हुई थी तीखी बहस
अपनी प्रिय कॉमरेड दीदी को यह पत्र लिखने वाले काॅमरेड वि.म. ने पत्र में लिखा है कि पिछली जोनल मीटिंग में भी इस बीमारी के बारे में सब को सावधान करने के लिए मैंने बात रखी थी। लेकिन सीनियर जोनल सदस्यों द्वारा उसकी अनदेखी की गई। आपको याद होगा कि इस मुद्दे को लेकर मेरी और विकास दादा के बीच बहुत तीखी बहस हुई थी। जोनल कमेटी के सदस्य सही जानकारी को नीचे स्तर के कैडर्स तक नहीं पंहुचाते। समाचारों में रोज हजारों लोगों के बीमारी से मरने की खबर मिल रही है। यदि हम जिंदा रहेंगे तभी क्रांतिकारी आंदोलन को आगे बढ़ा सकते हैं।
संगठन छोड़कर भागने लगे नक्सली
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने संवाददाता से चर्चा में कहा है कि कोरोना फैलने के कारण नक्सली संगठन छोड़कर भाग रहे हैं। इस बात की पुष्टि नक्सलियों के पत्र से भी होती है। पत्र में कहा गया है- जे दादा बता रहे थे, बीमारी के डर से बटालियन के सेक्शन कमांडर बुधराम, और विमला भाग गए हैं। सीआरसी कंपनी से भी दो लोग भाग गए हैं। गंगालूर एरिया कमेटी से सभी लोग बीमार होने से प्लाटून से रितेश, जोहा दोनों भाग गए हैं। दरभा डिवीजन से भी नागेश, सुमित्रा, अनिता, पार्टी छोड़ दिए हैं। कोंटा प्लाटून से रूपेश भी अचानक घर भाग गया है। यदि यही स्थिति रही तो हमारे लिए बहुत मुश्किल होगा।
गांवों में चला रहे हैं जागरुकता अभियान
बस्तर के आईजी का कहना है कि संगठन से भागे नक्सली गांवों में वापस लौटे तो वहां भी संक्रमण फैला सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। कोशिश ये है कि इन नक्सलियों का आम लोगों से संपर्क न हो सके। आईजी ने ये भी कहा है कि पिछले साल जब मार्च में कोरोना आया था,तब नक्सली ये दुष्प्रचार कर रहे थे कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है। ये केवल कार्पोरेट के लोग अफवाह फैला रहे हैं। लेकिन अब वे खुद कोरोना पीड़ित हो गए हैं।