नयी दिल्ली। केरल में आज मूसलाधार बारिश और तेज हवाएं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठने से तटीय इलाकों में जनजीवन बाधित हो गया। कई मकाने क्षतिग्रस्त और बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी है। कई जगह 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ बारिश की संभावना है। पांच जिलों मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका के साथ रेड अलर्ट जारी किया गया है। समुद्री पुल वलियाथुरा में दरार आ गई है। पुल के प्रवेश द्वार को बंद कर दिया है और वहां पुलिस को तैनात किया गया है।
मध्य और उत्तरी जिलों में ऊंचे और तटीय इलाकों में पिछले 24 घंटों में काफी नुकसान पहुंचा। प्रमुख नदियों में जल स्तर लगातार बढ़ने पर प्राधिकारियों ने उसके तट पर रह रहे लोगों को चौकन्ना रहने को कहा है। पर्वतीय जिले इडुक्की में कलारकुट्टी, मलंकारा और भूथाथंकेट्टू बांध के द्वार खुले हैं।
शनिवार रात तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। तूफान की आशंका वाले प्रदेशों और लक्षद्वीप के लिए भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के दृष्टिगत दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। आईएमडी ने पहले ही मुंबई और ठाणे को येलो अलर्ट जारी कर दिया है, जबकि गुजरात और केरल के कई जिलों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किए गए हैं।