मुख्यमंत्री की शपथ लेने के साथ ही ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारियों का तबादला करना शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी ने अधिकारियों के साथ बैठक कीं। इसके साथ ही साफ कर दिया कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन इलाकों में बीजेपी जीती है, वहां ज्यादा गड़बड़ी हो रही है।
यह भी कहा कि जिस विधानसभा क्षेत्रों से भाजपा जीती है, वहां से हिंसा की अधिक शिकायतें मिल रही है। पूरे राज्य में हिंसा को हर हालत में रोकना होगा। दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को फिर से एक पत्र भेजकर राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने कहा कि हिंसा को सहन नहीं किया जाएगा और उसके लिए जिम्मेदार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जहां जहां से हिंसा की सूचनाएं आयी हैं, उन इलाकों पर प्रशासन अधिक ध्यान दे। ममता बनर्जी ने इसी क्रम में डीजीपी के अलावा एडीजी (विधि व्यवस्था) जगमोहन, को भी हटा दिया है।
वीरेंद्र को फिर से डीजीपी बनाया गया है जबकि जावेद शमीम को एडीजी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव हार जाने के बाद अब भाजपा कुप्रचार का खेल भी खेल रही है। हिंसा की खबरों को गलत ढंग से प्रचारित किया जा रहा है। कई स्थानों के बारे में फेक या पुराने वीडियो दिखाकर लोगों को भड़काने की कोशिश हो रही है।