झारखंड में वैक्सीन के लिए करना पड़ेगा लंबा इंतजार, मंत्री ने बताई वजह

रांची: झारखंड में वैक्सीन की कमी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।  बन्ना गुप्ता ने इस दौरान केंद्र पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। वहीं उन्होंने अपनी उपलब्धियों को भी गिनाई। बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 का यह दूसरा चक्र पहले चक्र के मुकाबले बेहद घातक है। रोमनरेंस की इलाज का अभी एकमात्र विकल्प वैक्सीनेशन ही है। 18 साल के ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन फ्री करने के लिए प्रधानमंत्री को साधुवाद।

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 2020-21 यह बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने35000 करोड़, की राशि का प्रावधान किया है। आज वैक्सीनेशन हो रही है तो 3 तरह से टैरिफ राज्य के माथे पर थोपा जा रहा है। कोविड महामारी के समय केंद्र सरकार राज्यों के साथ राजनीतिक छल और प्रपंच रच रही है। राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार की नाइंसाफी है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि 25 लाख भारत बायोटेक से और 25 लाख सीरम से वैक्सीन ऑर्डर कर दिया है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार दूसरे देशों को वैक्सीन भेज रही है, लेकिन अपने देश में वैक्सीन की पूर्ती नहीं कर पा रही है।

बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने पाकिस्तान को 45 लाख डोज दिया। भूटान को 25 लाख डोज दिया, लेकिन इस पिछड़े और गरीब राज्य को वैक्सीन, रेमडेसिविर और दवाई देने के लिए केंद्र सरकार के पास नहीं है। वहीं 2 हजार रेमडेसिविर असम से उधार लिया है। उन्होंने कहा कि 20 हजार रेमडेसिविर झारखंड को अलाउड हुआ है, मगर अभी तक नहीं मिला है।

बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड के पास फिलहाल ढाई लाख वैक्सीन एक करोड़ 57 लाख लोगों को वैक्सीनेशन करना है।

हम देश के कई राज्यों को ऑक्सीजन दे रहे हैं, तो हम राज्यों से अपील करेंगे कि वह झारखंडीयों की जरूरत का ख्याल रखें। रेमडेसिविर के कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैच नंबर के आधार पर यह पता किया जाएगा कि यह इंजेक्शन बाजार में कहां से आया। रिंग्स में बेड बेचने वालों के खिलाफ है कड़ी कार्रवाई होगी

Leave a Reply