देहरादून। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों में उत्तराखंड की धाक लगातार चौथी बार बरकरार रही है। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार वर्ष 2021 हेतु चयनित पंचायतों को पुरस्कृत कर पुरस्कार राशि का डिजिटल हस्तान्तरण और प्रथम चरण के छह राज्यों में स्वामित्व योजना के अन्तर्गत सम्पत्ति कार्ड का ई-वितरण करते हुए स्वामित्व योजना को सभी राज्यों में लागू किया गया। राज्य के तीन जनपदो में स्वामित्व कार्ड का ई-वितरण किया गया, जिसमें ऊधम सिंह नगर के 223 ग्रामों के 27063, पौड़ी गढ़वाल में 56 ग्रामों के 1089 एवं हरिद्वार में 60 ग्रामों के 8225 स्वामित्व कार्ड का ई-वितरण किया गया। स्वामित्व योजना जनपद के सभी ग्रामों में पूर्ण करने में जनपद ऊधम सिंह नगर देश में प्रथम स्थान पर रहा।
पंचायत प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पुरस्कार पाने पर दी बधाई
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यहां की पंचायतों ने उत्कृष्ट कार्य करके देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी उत्तराखंड की पंचायतें वहां के समग्र विकास की अवधारणा को ध्यान में रखकर कार्य करेंगी ताकि आगामी राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार फिर से प्राप्त करने का गौरव मिले। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पुरस्कार पाने पर बधाई दी और कहा कि लक्ष्य एक हो तो विकास गांव के कोने कोने तक हो सकता है। उत्तराखंड की पंचायतों ने सराहनीय कार्य किए हैं। मैं उम्मीद जताता हूं कि भविष्य में भी आप सभी इसी जज्बे के साथ काम करके उत्तराखंड का नाम रौशन करेंगे।
रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करने होंगेः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ग्राम्य स्तर से जिला स्तर तक विशेष प्रशिक्षण चलाया जाएं। उन्होंने कहा कि हमें रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों का समावेशी एवं चहुंमुखी विकास, गरीबी उन्मूलन, पोषाहार, शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, जल संरक्षण, भूमि संरक्षण, सौर ऊर्जा, लैंगिक समानता, स्वच्छता, ग्रामोद्योग, हस्त शिल्प और वनीकरण को लेकर प्लान बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की पंचायतें काफी बढ़िया काम कर रही हैं। जिसका जीता जागता प्रमाण हमारी पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना है। यह देवभूमि के लिए काफी गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने सभी पंचायतों से ग्राम्य विकास को ध्यान में रखकर काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि देश की खुशहाली में गांवों की भूमिका काफी अहम है। हमें निरंतर आगे बढ़ना है। इस सोच के साथ ही कार्य करने होंगे।
आज जिन पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है, उनमें जिला पंचायत वर्ग में पिथौरागढ़ जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दीपिका बोहरा, इसी पुरस्कार के तहत क्षेत्र पंचायत वर्ग में पौड़ी गढ़वाल जनपद की क्षेत्र पंचायत द्वारीखाल के प्रमुख महेंद्र राणा और रूद्र प्रयाग जनपद की क्षेत्र पंचायत जखोली के प्रमुख प्रदीप थपलियाल शामिल हैं। जिला पंचायत को 50 लाख की धनराशि और क्षेत्र पंचायतों को 25- 25 लाख की धनराशि आवंटित की गई है।
उत्तराखंड को मिला लगातार चौथी बार राष्ट्रीय पुरस्कार
ग्राम पंचायत वर्ग में डोईवाला-देहरादून की ग्राम पंचायत सिमलास ग्रांट की प्रधान श्रीमती पूजा पाल, पुरोला-उत्तरकाशी की ग्राम पंचायत माथ के प्रधान श्री अरविंद पंवार, मोरी-उत्तरकाशी की ग्राम पंचायत देवजानी की प्रधान श्रीमती बबीता चौहान और सहसपुर-देहरादून की ग्राम पंचायत पुरोहितवाला की प्रधान श्रीमती मीनू क्षेत्री को भी सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार के लिए उत्तरकाशी जिले के नौगांव विकासखंड की दियादी ग्राम पंचायत की प्रधान श्रीमती सुषमा देवी, ग्राम पंचायत डेवलपमेंट अवार्ड के लिए सहसपुर-देहरादून की ग्राम पंचायत अटाक फार्म की प्रधान श्रीमती सुनीता देवी और चाइल्ड फ्रैंडली ग्राम पंचायत अवार्ड के लिए सहसपुर-देहरादून की ग्राम पंचायत बदामावाला के प्रधान श्री नरेंद्र सिंह तोमर को पुरस्कार दिया गया।
पंचायतीराज के सचिव हरिचन्द्र सेमवाल ने बताया कि उत्तराखंड को लगातार चौथी बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। इससे पंचायत प्रतिनिधियों का मनोबल बढ़ता है। पंचायतों के डिजिटलकरण होने से व्यवस्थाएं पूरी तरह पारदर्शी हो गई हैं।