कोरोना से निपटने के लिए राज्य में हर तरह के इंतजाम, प्रदेश को जल्द मिलेगी रेमडेसिविर की खेप

  • 7000 से अधिक आइसोलेशन बेड व 2500 से अधिक आक्सीजन सपोर्टर बेड खाली होने का दावा
  •  प्रदेश में 15 लाख 95 हजार से अधिक लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

देहरादून। कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर के चलते परीक्षाएं रद्द हो गयी हैं और कुंभ को समेटने के अघोषित निर्देश हो गये हैं, लेकिन सरकार का पक्ष जाने तो चिंता की कोई बात नहीं है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य पंकज पांडेय ने दावा किया है कि राज्य में 7000 से अधिक आइसोलेशन बेड व 250 से अधिक आक्सीजन सपोर्टर बेड खाली हैं।

प्रदेश में कोविड नियंत्रण की व्यवस्थाओं और संक्रमण की स्थितियों पर सचिवालय मीडिया सेंटर में हुई ब्रीफिंग में पंकज पांडेय ने कहा कि कोविड की रोकथाम के लिए प्रदेश में पर्याप्त सुविधाएं हैं। किसी भी तरह पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि संक्रमण को रोकने के लिए कोविड गाइड लाइन का अनुपालन अक्षरश: करना होगा। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में 2160 नये पाजिटिव मरीजों की संख्या सामने आने के बाद प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 18,8६4 हो गई है। इसमें से 13,50 के लगभग मरीज होम आइसोलेशन में हैं ओर 5,00 मरीज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। सुविधाओं को लेकर पांडेय ने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में 70 से अधिक आइसोलेशन बेड खाली हैं। इसके साथ ही उन्होंने 2500 से अधिक आक्सीजन सपोर्टर बेड, 36३ आईसीयू बेड तथा 463 वैंटिलेटर प्रदेश में खाली हैं।

पूरे देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी

रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर उन्होंने कहा कि पूरे देश में इसकी कमी जरूर है, लेकिन प्रदेश में जल्द ही इंजेक्शन की आपूर्ति हो जायेगी। इसलिए चिंता वाली कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना के प्रकरण आने के बाद प्रदेश के 7 जनपदों में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसमें देहरादून में सबसे अधिक 44 जोन, नैनीताल में 26, पौड़ी में 3 उत्तरकाशी में 3 तथा ऊधमसिंहनगर में 1 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।

वैक्सीनेशन को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख 8८ हजार 900 हैल्थ केयर वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है, जिसमें 1.79 लाख फ्रंट लाइन वर्कर्स शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कुल 15 लाख 95 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में 3 लाख के करीब वैक्सीन विभाग के पास मौजूद है।

राज्य में भरपूर हो रहा है आक्सीजन का उत्पादन

प्रभारी सचिव स्वास्थ्य ने कहा है कि प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। राज्य में मौजूद तीन आक्सीजन मैनिफैक्चरिंग प्लांट में आक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन हो रहा है। कोविड के बाद के छह महीनों के भीतर ही यहां 8 आक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए हैं। इसलिए राज्य में आक्सीजन सिलेंडरों की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि उपचार के इंतजाम समुचित हैं लेकिन संक्रमण की चेन तोड$ने के लिए कोविड की गाइडलाइन का पालन आवश्यक रूप से करेंं। ज्ञात हो कि सरकार ने आक्सीजन का वाणिज्यिक उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है और इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को

निर्देश दिये जा चुके हैं।

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