कोलकाता। बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के चुनाव में कूचबिहार के शीतलकुची में शनिवार को बेकाबू भीड़ द्वारा हमले के बाद सीआइएसफ की ओर से बचाव में की गई कथित फायरिंग में चार लोगों की मौत के बाद राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। शीतलकुची में चुनाव आयोग की ओर से 72 घंटे तक किसी भी नेता के वहां जाने पर रोक लगाने के निर्देश के बाद राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी काफी भड़की हुई हैं। ममता ने रविवार को चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे अपना नाम बदलकर ‘मोदी कोड ऑफ कंडक्ट’ (एमसीसी) रख लेना चाहिए।ममता ने रविवार सुबह ट्वीट कर चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भड़ास निकाली।
लिखा कि ‘उन्हें पीड़ित परिवारों से मिलने से रोका गया है। चुनाव आयोग (ईसी) को अपना नाम बदलकर एमसीसी यानी ‘मोदी कोड ऑफ कंडक्ट’ रख लेना चाहिए। भाजपा अपनी पूरी ताकत झोंक दे, लेकिन मुझे अपने लोगों का दर्द साझा करने से इस दुनिया में कोई नहीं रोक सकता है। मुझे कूचबिहार में तीन दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों से मिलने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं चौथे दिन वहां पहुंचूंगी। मैं 14 अप्रैल को पीड़ित परिवारों से मिलूंगी, मुझे कोई नहीं रोक पाएगा। लगे हाथ मुख्यमंत्री ने शीतलकुची के लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की और जल्द उनके पास पहुंचने का वादा किया।
जो गोली चला कर लोगों की जान लेते हैं उन्हें वोट ना दें
ममता बनर्जी ने रविवार को जलपाईगुड़ी में एक जनसभा कर भाजपा, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। कहा कि शीतलकुची में सीआइएसएफ के जरिए निर्दोश लोगों की सामूहिक हत्या की गई है। मैं वहां नहीं जा सकूं इसके लिए कानून बनाया है, जो कभी देखा-सूना नहीं गया। भाजपा के खिलाफ हमलावर ममता बनर्जी ने एक बार फिर लोगों से अपील की कि जो गोली चलवा कर लोगों की हत्याएं करवा रहे हैं उन्हें कोई वोट ना दें। यही नहीं, कहा कि मुफ्त में राशन चाहिए तो तृणमूल को ही वोट देना होगा।