उत्तराखंड की कुंभनगरी हरिद्वार की नीलधारा स्थित छावनी में श्री गोवर्धनमठ पुरी के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती पहुंच गये। मेलाधिकारी दीपक रावत ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया।
मेलाधिकारी ने उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर कुंभ के आयोजन पर चर्चा कर मार्ग दर्शन प्राप्त किया। जगद्गुरू शंकराचार्य ने कहा कि आज के समय में धर्मानुसार आचरण कर लोगों को अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर होना चाहिए। अनादिकाल से भारतीय धर्म परंपरा शंकराचार्य के दिखाए मार्ग पर चलती रही है। आज के समय धर्म की रक्षा के लिए लोगों को उसी आस्था के अनुरूप व्यवहार और आचरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का पर्व सभी के लिए कल्याणकारी और फलदायी होता है।
कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आज के परिवेश जिसमें कोविड संक्रमण भी है, उसी अनुरूप शासन प्रशासन के दिए दिशानिर्देश का पालन करते हुए पुण्य लाभ प्राप्त करना चाहिए। मेलाधिकारी ने शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के दिए सुझावों के अनुरूप कुंभ के सफल आयोजन के लिए कार्य करने की बात कही। श्री रावत ने शंकराचार्य की छावनी में गुरूदेव निवास, संगोष्ठी कक्ष, भोजनालय और टेंट में की गई व्यवस्था और पेयजल आदि प्रबधों की जानकारी लेकर जरूरी निर्देश दिए।