नयी दिल्लीः छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों की मुठभेड़ के बाद अपहृत किए गए जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने छोड़ दिया है। परिवार वालो ने नक्सलियों से रिहा करने की अपील की थी वही आज नक्सलियों ने जवान को रिहा कर दिया।माओवादियों ने बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में हमले के बाद उन्हें अगवा कर लिया था। इस हमले में 23 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 31 घायल थे। राकेश्वर सिंह की रिहाई के बाद परिवार में जश्न का माहौल है।
आज मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन, पत्नी मीनू
माओवादियों के चंगुल में 100 से अधिक घंटे बिताने के बाद सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास की रिहाई से उनके परिवार को जैसे नया जीवन मिला है। राकेश्वर की आजादी की खबर सुन उनकी पत्नी मीनू ने कहा, ‘आज मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन है। मैं हमेशा उनकी वापसी को लेकर आशान्वित रही। मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने आगे कहा, ‘नक्सलियों द्वारा पति के अपहरण वाले दिन बहुत बुरे थे, लेकिन मैं हिम्मत नहीं हारी उम्मदी रखी कि वो आ जाएंगे। हालांकि सरकार की तरफ से कोई बयान ना आना हमारे लिए परेशानी का कारण था लेकिन उनकी मजबूरी समझते हुए मैं उन्हें भी धन्यवाद कहना चाहती हूं।