- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू ही नहीं घातक भी हो रही
- देहरादून में 303, हरिद्वार में 185 व नैनीताल में 107 लोग मिले संक्रमित
देहरादून । अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू ही नहीं बल्कि घातक भी होती जा रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमित सात मरीजों की मौत हुई है। जबकि संक्रमण के 791 नए मामले मिले हैं। जिसके बाद संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा बढक़र एक लाख तीन हजार 602 तक पहुंच गया है। हालांकि कुल संक्रमितों में से अब तक 966४7 लोग
स्वस्थ्य हो चुके हैं। अब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या भी बढक़र 367 तक पहुंच गई है। वहीं कोरोना संक्रमित 1736 मरीजों की मौत भी अब तक राज्य में हो चुकी है। आज एम्स ऋषिकेश में तीन संक्रमित मरीजों की मौत हुई। इसके अलावा कैलाश अस्पताल, हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट, सिनर्जी अस्पताल व हल्द्वानी मेडिकल कालेज में एक-एक मरीज ने दम तोड़ा है।
इधर, विभिन्न जिलों से आज 351 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को
अलग—अलग लैबों से 48863 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 79१ मामलों में जांच रिपोर्ट पॉजीटिव और 48७2 की निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक 3३ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में भी 18५ लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इसके अलावा नैनीताल में 1७, टिहरी में 7५,
पिथौरागढ़ में 45, ऊधमसिंहनगर में 4१, बागेश्वर में 1१, उत्तरकाशी में सात, अल्मोड़ा में छह, रुद्रप्रयाग में पांच, चमोली में तीन,
चंपावत में दो व पौड़ी में एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही मरीजों की बढ़ती मृत्यु दर भी राज्य में चिंता का कारण बनी हुई है।
एक दिन में सबसे अधिक 60 हजार लोगों का टीकाकरण
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है। पिछले दिनों की तरह मंगलवार को भी प्रदेश में 647 सेंटरों में 60 हजार 214 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। राज्य में यह एक दिन में टीकाकरण का अब तक का सर्वाधिक ग्राफ है। आज 45 साल उम्र से अधिक के 58 हजार 59 लोगों को टीका लगाया गया। इसके अलावा 1008
फ्रंटलाइन वर्कर्स व 697 हेल्थ केयर वर्कर्स का भी टीकाकरण हुआ है। इस तरह यहां पर अब तक डेढ़ लाख लोगों का पूर्ण वैक्सीनेशन हो चुका है। जबकि आठ लाख 47 हजार 648 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।