– तृणमूल नेता यशवंत सिन्हा ने लगाया पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निर्देश देकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का लगाया आरोप
कोलकाता। बंगाल में चार जिलों के 30 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को दूसरे चरण के मतदान के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के सात सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को कोलकाता में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात कर नंदीग्राम में कुछ मतदान केंद्रों में केंद्रीय बलों के पक्षपाती रवैये और कथित तौर पर भाजपा के पक्ष में काम किए जाने की शिकायत की है।पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा और राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को ज्ञापन सौंपा और राज्य में निष्पक्ष चुनाव की मांग की। मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब से मुलाकात के बाद सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली से निर्देश देकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग को इस बात से अवगत कराया कि विधानसभा चुनाव के पहले दो चरण में कई बूथों पर केंद्रीय बलों की भूमिका भेदभावपूर्ण रही है। भाजपा द्वारा हमारी पार्टी के सहयोगियों पर हमले और हिंसा की घटनाएं हुईं हैं। हमने चुनाव आयोग से कहा कि वे इस बात का संज्ञान लें कि आगे के छह चरण में इस प्रकार की घटनाएं फिर से न हों। चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करें कि सीआरपीएफ के जिन जवानों के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं, उन्हें अगले चरण में ड्यूटी पर तैनात न किया जाए।गौरतलब है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गुरुवार को नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में तैनात केंद्रीय बलों पर भगवा दल की मदद करने का आरोप लगाया था। इस सीट पर उनका मुकाबला एक वक्त उनके सबसे खास सहयोगी रहे लेकिन अब भाजपा में शामिल सुवेंदु अधिकारी से है।