अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। इस मौके पर पश्चिम बंगाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, कैलाश विजयवर्गीय, दिनेश त्रिवेदी, बाबुल सुप्रियो जैसे कई अन्य नेता मौजूद रहे। अमित शाह ने कहा कि कई वर्षों से संकल्प पत्र महज एक प्रक्रिया बनकर रह गया था। जब से भाजपा की सरकारें बनने लगीं तब से संकल्प पत्र का महत्व बढ़ने लगा क्योंकि भाजपा सरकारें बनने के बाद ही संकल्प पत्र पर सरकारें चलने लगी हैं। शाह ने कहा कि घोषणापत्र की जगह हमने ‘संकल्प पत्र’ नाम देना उचित समझा है। क्योंकि ये एक संकल्प है कि हम आगे कैसे सोनार बांग्ला बनाएंगे। पश्चिम बंगाल की जनता की अपेक्षाओं को कैसे पूरा करेंगे। सदियों से, बंगाल ने कई मोर्चों पर देश का नेतृत्व किया – आध्यात्मिक, विज्ञान, राजनीति, सामाजिक सुधार, शिक्षा या कला।
संकल्प पत्र में सिर्फ घोषणाएं नहीं हैं-अमित शाह
बंगाल हर क्षेत्र में आगे रहा करता था। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र में सिर्फ घोषणाएं नहीं हैं, बल्कि ये संकल्प है दुनिया के सबसे बड़े दल का, ये संकल्प है देश में 16 से ज्यादा राज्यों में जिसकी सरकार है उस पार्टी का, ये संकल्प है जिसकी पूर्ण बहुमत से लगातार दो बार बनी सरकार का। पिछले 10 वर्षों में, ममता जी ने सिर्फ 3 मोर्चों पर अच्छा प्रदर्शन किया है-1. प्रशासन का राजनीतिकरण, 2. राजनीति का अपराधीकरण, 3. भ्रष्टाचार का संस्थागतकरण। सरकार की नौकरियों में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाएगाष । पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिलेगा। साथ ही 75 लाख किसानों को जो 18 हजार रुपये तीन साल से ममता दीदी ने नहीं पहुंचाया है वो सीधे किसानों को बैंक अकाउंट में देंगे। हर वर्ष किसानों को भारत सरकार का जो 6 हजार रुपये आता है उसमें राज्य सरकार का 4 हजार रुपया जोड़कर दिया जाएगा।