केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल तथा डीजल की बढ़ रही कीमतों को लेकर कहा, यह एक गंभीर मुद्दा है और कीमतों में कमी के अलावा कोई भी जवाब लोगों को संतुष्ट नहीं कर सकता। उपभोक्ताओं के लिए खुदरा ईंधन मूल्य में कमी लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यातक देशों का संगठन (ओपेक) ने उत्पादन का जो अनुमान लगाया था, उसमें भी कमी आने की संभावना है। तेल के दाम पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इसे तकनीकी तौर पर मुक्त कर दिया गया है। तेल कंपनियां कच्चा तेल आयात करती हैं, रिफाइन करती हैं और बेचती हैं। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में नरमी के बावजूद घरेलू स्तर पर ईंधन की कीमतों में तेजी का रुख लगातार 12 वें दिन भी बना रहा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल आज 39 पैसे बढ़कर 90.58 रुपए प्रति लीटर पर और डीजल 37 पैसे चढ़कर 80.97 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुकी है।